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________________ आस्था की ओर बढ़ते कदम आप सुधा जी से सलाह लेती तो इस में कोई ना कोई बत जरूर है। मेरे धनं आता श्री रविन्द्र जैन पर आप का दन्द हाथ है। आप साक्षात सरस्वती है। जैन समाज को आप ने बहुत आशाएं हैं। आप जैन धर्म की प्रभाविका व क्रांतिकारी साध्वी है। आप नवीन और प्राचीन संस्कृति का जीता जागता प्रमाण हैं | आप महान प्रेरिका हैं। लाखों लोगों को दान की प्रेरणा देती रहती हैं। आप की प्रेरणा कभी खाली नहीं जाती । हमारे परिवार पर आप का महान आर्शीवाद सदैव बना रहता है। आप महान भाग्यशाली साध्वी हैं 1 आपकी शिष्याएं भी आप के जीवन से प्रेरणा लेती रहती हैं। अप सदैव श्री संघ की प्रभावना के लिए काम करती हैं। उन्होंने कई वार अभिग्रह पूर्वक तप किया है। आप अप गुरुणी स्वर्णा की प्रतिमूर्ति हैं। जहां तक मुझे याद है ऐसा कोई अवसर नहीं आया, जब आप ने हमें कुछ न कुछ कन्ने की प्रेरणा न दी हो, आप जहां भी चर्तुमास करती हैं लोगों को साधना करने की प्रेरणा देती रहती हैं। हर प्रकार की धर्म शिक्षा वाल-वृद्ध को प्रदान करती हैं । स्वाध्याय के प्रति रूची बने, इस के लिए बच्चों को धर्म शिक्षा प्रदान करती हैं। माला आदि धर्म उपकरण अपने आर्शीवाद के रूप में हर धर्म, वर्ण का ध्यान रख कर भेंट करती हैं। आप महान साध्वी हैं। आप का जीवन अप्रमाद का उदाहरण है। आप की प्रेरणा से कुप्प में साध्वी स्वर्णकांता जैन पुस्तकालय निर्माण आदिश्वर धाम में हो चुका है। आप की प्रेरणा से अनेकों चारित्रात्मओं ने संयम ग्रहण कर स्व पर का कल्याण किया है। आप श्रावक श्राविका को बहुत वहुमान देती है । आप सदैव कहती हैं "भगवान महावीर साधु व श्रावक दोनों का जोड़ा हैं। दोनों एक दूसरे के पूरक 275
SR No.009994
Book TitleAstha ki aur Badhte Kadam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPurushottam Jain, Ravindar Jain
Publisher26th Mahavir Janma Kalyanak Shatabdi Sanyojika Samiti
Publication Year
Total Pages501
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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