SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 12
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 3 ० ० ० .......... गर्मपात मापापो. अंडे में जीवन है। किसी का जीवन छीन लेने का हमाराकाधिकार इमों की हत्या कर जोकर विभागा, वह क्या मानवाता है। ............. ............. 000000000533333333wwwwwwwwww 9 9 9 9 9 9 9 9 9 Now 9vor or mow WORK मिशिगन विश्व विद्यालय, मेरिका में पेशानियों पुरपार किया है कि फलित या अफलिम कोई भी अंडा निजीक नहीं होता है। हर अंडे में जीपम है। जगणे प्रवासाच्या अचापचय आदि क्रियाशाली नारकी में भूख और प्यास कैसी होती है ? ......... नारकी में वैक्रिय शरीर की विकुर्वणा ........ रत्नप्रभा आदि पृथ्वी के आवासों में वर्ण, स्पर्श आदि .. नरक में कौन जाता है ?. पापकर्म का दारूण विपाक ....... क्षेत्रकृत वेदना ......... आगम सूत्र ............ नारकी के द्वार.................... ............. नारकी का उत्तर वैक्रिय शरीर .............. नरक में नारकी को साता कब ....... नरक की सात पृथ्वी का स्वरूप ............... रत्नप्रभा, शर्कशप्रभा आदि पृथ्वी की जाड़ाई और चौड़ाई....... नरक में १५ प्रकार के परमाधामी कृत वेदना .... परमाधामी मरकर अंडगोलिक मनुष्य बनते है ........... परमाधामी नारकों को दुःख देकर आनंदित क्यो होते हैं .. नारकों के आयुष्य की उत्कृष्ट स्थिति .......... कौन से जीव नरक से आये है और पुनः नरक में जायेंगे ........ नरक में क्या नहीं होता ... वेद नरक में क्यों और कैसे जाते है ? .......... नारकों की गति .......... नरक की साबिती ........... वैमानिक देव अवधिज्ञान से नरक का कितना उत्कृष्ट क्षेत्र .......... त्रैवेयक और अनुत्तर देवों का अवधिज्ञान ....... अवधिज्ञान का जधन्य विषय क्षेत्र ............. ............. नारकी अवधिज्ञान से कौनसी दिशा तरफ ज्यादा देखती है, भवनपति आदि देवों के भवनप्रत्ययिक अवधिज्ञान के क्षेत्र का यंत्र ............. सातो नरक पृथ्वी के नारकी का उत्कृष्ट और जधन्य आयुष्य रत्नप्रभा के हर एक प्रस्तर में उत्कृष्ट और जधन्य आयु. .. १० प्रकार से क्षेत्र वेदना............ ३ वेदना में से कौनसी वेदना कितनी नरक तक होती है... ...... ............ सातो नरक पृथ्वी का पिंड और उसका आधार....... ........... नरक पृथ्वी की धनोदधि तीनो वलयों का विस्तार .... सातों पृथ्वी के आवलिकगत नरकवासा ............. सातों नरक को नरकवासा की कुल संख्या का यंत्र....... ............ नरकावास की उँचाई, चौडाइ और लंबाई ................. नरक पृथ्वी के पिंड के आंतरा की गिनती का यंत्र ............... ........ कौन से कारणों से जीव नरक आयु बांधे ? .................... ................. सातो नरक पृथ्वी के नारकी का शरीर, विरहकाल, उपतात संख्या, च्यवन संख्या और गति आगति का यंत्र ... आपके अभिप्राय .. આ નનામી દરરોજ બે હજાર લોકોનું વાન બને છે ! NA Mmm o r 9 9 9 9 9 9 9 3333333333333wwwwwwwwwwww 0 0 ० ० ० M m m 0 0 0 NATIનતી ન ભારતમાં રોજ anो पाने ............... पEDIA પાનધી થનાં મૃત્યુની સંખ્યા. पाine day निकामनाname. -RabariaHindi - RANIUMinist RHLOG Rasi RRIA पुण्य ........... !!! भोत निमंत्र !! swinitel BrainineneigRail I ndia ......... alamना M AAPraa danesellenismauntertainment : :
SR No.009502
Book TitleMuze Narak Nahi Jana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVimalprabhvijay
PublisherVimalprabhvijayji
Publication Year
Total Pages81
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Spiritual
File Size2 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy