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________________ To पेज नं. a अनुक्रमणिका r ............. in 16 - 0wo 39 0 Y Y Y Y rw ...... a ............. Y ............. My ० My My पैसे ज्यादा लेना पर सामान बराबर नहीं देना Na a a a aa a or now 9 0 ० aa a a r My ..................... अनुक्रमणिका विषय नरक दुःख वेदना अति तीव .... नरक के दुःखो से छुटकारा पाने के उपाय ........... नरक चित्रावली... ....... हिंसा आदि पाप की भयंकर सजा.. विश्व में चारों ओर कितनी हिंसा ......... अंडे खाने में पंचेन्द्रिय जीव की हत्या ....... गर्भपात............................ पंचेन्द्रिय जीव की हत्या ................. हिंसा का फल - ब्रह्मदत्त चक्रवर्ती. असत्य का फल - कौशिक तापस चोरी का फल................... अब पाप का फल ........... परिग्रह पाप का फल .. तिलक शेठ...................... नंदराजा .................... क्रोध का फल-सुभूम चक्रवर्ति और परशुराम ..... अग्नि शर्मा तापस ........... लोभ का फल - कौणिक............ गुणचंद्र और बालचंद्र .... द्वेष करने से नुक्सान ............ किये हुए पापों की सजा............. शशी और सूर की कथा ........ सूभूम चक्रवर्ति ............. कंदमूल भक्षण नरक का अंतीम द्वार .... नरक के विषय में शंका ...... नारक सिध्धि.... नरक गति के आयुष्य बंध के कारण ........... सात नारकों का आयुष्य.................. नारक के आवास नारको की लेश्या .......... कौन, कौनसी नरक तक जा सकता है ? अलग अलग संघयण वाले जीव की नरकगति .. नरक में से निकला हुआ जीव क्या बन सकता है..... नरकावास कौन से आकार-संस्थान से है . नरकावास की लंबाई, चौडाई और परिधि......... रत्नप्रभा पृथ्वी के नरकावास कितने बडे है ? ..... नरक की भयानक स्थिति. सात नरकों का स्वरूप............. नारकी की उठण वेदना. नारकी में अति शीत वेदना .... My My : My : My : " rm 1 9 0 My My My my ....... r धार्मिक मालमत्ता का खराब उपयोग r r my r 0 So ० ० So ............. r So ........... So ............ .......... दूसरों की मालमत्ता लूटना : : r r r r in n n 0 9 Wr orm o 30 9 0 in n in in n n : : So So So So So So mm Y 33wwer So So So So So So : : ........... ......... मांसाहार भक्षण in वदना ........... to ० So
SR No.009502
Book TitleMuze Narak Nahi Jana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVimalprabhvijay
PublisherVimalprabhvijayji
Publication Year
Total Pages81
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Spiritual
File Size2 MB
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