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________________ समय अपनी करवट बदल ले और आदमी महलों से सड़कों पर आ जाये | रातों रात महल खाली हो जाते हैं, और धनपति खाकपति हो जाते हैं | सेठ जी भिखारी हो जाते हैं और भिखारी सेठ बन जाता तिरुवल्लुवर आचार्य कहते हैं-यदि कोई भिखारी तुम्हारे द्वार पर आकर भीख माँगे, अपना कटोरा तुम्हारे सामने फैलाये तो ये मत सोचना वो भिखारी तुमसे भीख माँगने आया है। वह भीख माँगने नहीं बल्कि सीख दने आये है कि देखो मैंने अपने अतीत में कभी किसी का दान नहीं दिया उसकी वजह से ये कटोरा आज मेरे हाथ में है और तुम दान नहीं दोगे, तो ध्यान रखना य कटोरा कब बदल जाये | मेरे हाथों से तुम्हार हाथों में भी आ सकता है। कल तुम्हारी भी यही स्थिति बन सकती है | __पहले क व्यक्ति अपने सफेद बाल देखकर समस्त परिग्रह को छोड़कर त्याग धर्म को धारण कर लेत थे। एक सम्राट था | उसके सौ पुत्र थ। सम्राट बूढ़ा हो गया। पहले के जमाने में बुढ़ापा देखकर लोगों को चिन्ता हा जाती थी परलोक की। वह सोचने लगता था कि बुढ़ापे का अर्थ है-मौत का पैगाम | जन्म के बाद बचपन आता है। बचचन के बाद जवानी आती है और जवानी के बाद बुढ़ापा आता है। लेकिन बुढ़ापे के बाद कुछ आता नहीं है। बुढ़ापे के बाद तो जाता-ही-जाता है। सम्राट चिंतित था कि मेरे बाल सफेद हो गये इसका अर्थ है कि मुझे अब यहाँ से जाना है, मौत कभी भी आकर मुझे गिरफ्तार कर सकती है | मौत गिरफ्तार करे उससे पहले व्यक्ति को संसार की और पापों की रफ्तार कम कर दनी चाहिये | सम्राट ने सोचा मौत आये उससे पहले मुझे मोक्ष की तरफ बढ़ (534
SR No.009438
Book TitleRatnatraya Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSurendra Varni
PublisherSurendra Varni
Publication Year
Total Pages802
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size57 MB
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