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________________ १. ३६६ ३७० २० २१ n6m xxc 00 सन्तति हीन होने का योग ३५६ पुत्रजन्म का योग ३६०-३६२ पुत्र मृत्यु योग ३६३ कितना एक ममय में पैदा होगा ३६४-३६५ द्वयोत्पत्तियोग ३६६ कितनी सन्तान होंगी ३६७ स्त्रीमह से कन्या और पुरुष ग्रहों से पुत्रसंख्याविचार सन्तानायुःकथन रामतुल्य पुत्र योग एक-दो तीन-चार पुत्र पुत्री का विशेष योग छः सात पुत्र पुत्री योग ३७२ प्रथप्रशंसा ३७३ छठा रोगप्रकरण रोगी के समीप कितने स्त्री पुरुष हैं | ३७४-३७५ रोगी किस हालत में है ? ३७६ रोगी कितनी दूर है रोगनाम कयन-रक्त रोग अतिसार तथा न्यूनबल योग ३७६ सनिपात रोग योग सन्ताप अथवा चित्तरोग कुष्ठरोगयोग हस्तपादकम्पन-वायुरोग औषरिविवार ३८४ वेद्यौषधिविचार रोग-रोगी-वैद्य-भौषधि की मंत्री ३८६ रोगी जीवन योग ३८७ सन्निपात ज्वर से मृत्यु ३८ भूख-अजीर्ण से मृत्यु ३८६ रोगी जोवन योग ३६०-२६१ सांप द्वारा मृत्युयोग २१२ मृत्युयोग ३६३ मृत्यु से बच जाने का योग ३८० 城城物城桃和机械 机械地 १६ ३६४
SR No.009389
Book TitleTrailokya Prakash
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHemprabhsuri
PublisherIndian House
Publication Year1946
Total Pages265
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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