Book Title: Yogik Mudrae Mansik Shanti Ka Safal Prayog
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith

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Page 205
________________ विशिष्ट शब्दों का अर्थ विन्यास ...147 इस आवाज को केवल आप ही सुन सकते हैं। यह ध्वनि कंठमार्ग में संकुचन होने के कारण वायु के प्रवाह में अवरोध उत्पन्न होने से होती है। इस घर्षण की आवाज ठीक इसी तरह होती है जैसे छोटा बच्चा नींद के दौरान आवाज करता है। पद्मासन- पद्म का अर्थ कमल, आसन का अर्थ आकृति। जिसमें कमल के फूल के समान पैरों की आकृति बनती है वह पद्मासन कहलाता है। इस आसन में स्थिर होने के लिए सर्वप्रथम सुखासन में बैठ जायें। फिर बाएँ पैर के पंजे को दाहिनी जाँघ पर रखें। फिर दाहिने पैर के पंजे को उठाकर बाएँ पैर की जाँघ पर रखें। पनासन मेरूदण्ड सीधा रहे, घुटने भूमि से स्पर्शित रहें। बाएँ हाथ को दोनों पैरों के तलवों के ऊपर एवं दाहिने हाथ के पंजे को बाएँ हाथ के पंजों के ऊपर रखें, ताकि नाभि से स्पर्श होता रहे। दोनों हाथों को घुटनों पर भी रख सकते हैं।

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