Book Title: Yogabindu ke Pariprekshya me Yog Sadhna ka Samikshatmak Adhyayana Author(s): Suvratmuni Shastri Publisher: Aatm Gyanpith View full book textPage 9
________________ (vi) जैन के सुपुत्र श्रीविजयकुमार जैन, श्रीसुशीलकुमार जैन, श्रीपवन कुमार जैन मुक्तसर निवासी। महासती श्री रविरश्मि जी म. के बुआ जी श्रीमती ईश्वरीदेवा जैन धर्मपत्नी श्री सुच्चामल जैन गीदड़वाहा मण्डी निवासी के सुपुत्र श्री कश्मीरीलाल जैन एवं कीमतीलाल जैन । श्रीमती कैलाशवती जैन धर्मपत्नी स्व. श्री रत्नलाल जैन समाना निवासी के सुपुत्र श्रीअशोककुमार जैन, प्रधान एस. एस. जैन सभा समाना, श्रीसतीशकुमार जैन एवं श्रीवीरेन्द्र कुमार जैन । श्री जगदीशचन्द्र जैन मालिक फर्म के० एल० जगदीश ब्रह्मपुरी लुधियाना । श्री भागमल कृष्णलाल बजाज, पद्मपुरमण्डी (राज.)। ये उपयुक्त सभी महानुभाव परम पूज्य गुरुदेव उ. भा० प्रवर्तक श्री भण्डारी जी म. के अनन्य भक्त हैं। धर्मध्यान और गुरुभक्ति में आप सभी की गहनरुचि है। हम इन सभी महानुभावों की आमवृद्धि की मंगल कामना करते हैं और इनके इस उदार सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद करते हैं साथ ही आशा है कि भविष्य में भी आपका हमें सहयोग मिलता रहेगा। परम पूज्य राष्ट्रसन्त गुरुदेव उत्तरभारतीय प्रवर्तक भण्डारी श्री पद्मचन्द्र जी महाराज के हीरक जयन्ती महोत्सव पर इस ग्रंथ का प्रकाशन सोने में सौरभ जैसा बन गया है । हमें पूर्ण विश्वास है कि इस ग्रंथरत्न से श्रावकजन अवश्य ही लाभान्वित होंगे। मन्त्री आत्मज्ञानपीठ, मानसा मण्डी, भटिण्डा (पंजाब) Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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