Book Title: Yoga kosha Part 1
Author(s): Shreechand Choradiya
Publisher: Jain Darshan Prakashan

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Page 417
________________ ( ३२६ ) में विद्वान् सम्पादकों ने बड़े ही धैर्यपूर्वक श्रतसमुद्र का अवगाहन कर बहुत ही महत्वपूर्ण भागीरथ प्रयत्न किया है। मंगलप्रकाश मेहता, वाराणसी यह ग्रन्थ जैन आगम और आगमेतर साहित्य पर शोध कर रहे छात्रों के लिए विशेष उपयोगी सिद्ध होगा । डा० नरेन्द्र भाणावत, जयपुर वर्धमान महावीर के जीवन की आधारभूत सामग्री का यह प्रामाणिक सन्दर्भ ग्रंथ शोधार्थियों के लिए अत्यन्त ही उपयोगी और पथ-प्रदर्शक है । श्री रतनलाल डोशी, सैलाना यह ग्रंथ अपने आप में अद्वितीय अनूठा और विद्वानों के लिए बहुमूल्य निधि है । इसके पीछे सूझ-बूझ के साथ कष्ट साध्य पुरुषार्थ हुआ है । भगवान् के जीवन सम्बन्धी जो और जितनी सामग्री इसमें संकलित हुई है, पहले किसी ग्रंथ में नहीं हुई। जिस निष्ठा, अनुभव और धैर्य से यह कोश सम्पन्न हुआ है, वह अभिवन्दनीय है । मंगलदेव शास्त्री, राजगृह महाश्रमण भगवान् महावीर पर अब तक अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है, पर प्रस्तुत ग्रन्थ का अपना विशेष महत्व है । यह सम्पादक द्वय की उदार एवं समन्वयवादी दृष्टि को उजाकर करता है । प्रस्तुत ग्रंथ विद्वानों के लिए, विशेष रूप से शोध छात्रों के लिए विशेष उपयोगी है । श्री भँवरलाल जैन, न्यायतीर्थ, जयपुर भगवान् महावीर के च्यवन से परिनिर्वाण तक का विस्तारपूर्वक विवेचन इस कोष में किया गया है। दिगम्बर श्वेताम्बर एवं जैनेतर सामग्री का यथास्थान संकलन कर इतिहास प्रेमियों एवं शोध छात्रों के लिए इसे एक संदर्भ ग्रन्थ बना दिया है। कंबर साहब मानसिंहजी, लावा सरदारगढ़ भगवान महावीर के जीवन की अपूर्व विशद सामग्री है। इस कार्य को पूरा कर दिखाने में यह आपके परिश्रम तप का ही फल है । युगप्रधान आचार्य श्री तुलसी इसमें भगवान् महावीर के जीवन से सम्बन्धित काफी सामग्री एकत्रित है। इस विषय में शोध करने वालों के लिए यह ग्रन्थ बहुत ही उपयोगी बन सकेगा - ऐसा विश्वास है । इसमें भगवान महावीर का समय जीवनकथा के विषय में जो सामग्री आगमों में उपलब्ध होती है उसका संकलन हुआ ही है । साथ ही उस मूल सामग्री को बाद के आचार्यों ने किस प्रकार सजाया है उसका भी ज्ञान इस कोश से जिज्ञासुकों को सहज ही में हो जाता है । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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