Book Title: Ud Jare Panchi Mahavideh Mai
Author(s): Dharnendrasagar
Publisher: Simandharswami Jain Mandir Khatu Mehsana

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Page 261
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir श्रीसीसंधरस्वामिने नमः (दोहा) 'श्रीसीमंधरस्वामिने नमः' यह मन्त्रः महान । ॐ अहँ जोड दे, तो तो कतीव महान ||१|| (आरति) (तर्जः ॐ जय जगदीश हरे) श्रीसीमंधरस्वामी, जय सीमंधरस्वामी । सीमातीत दयाके (२), सागर गुणधामी.. श्रीसीमंधर० मंगल के तुम दाता, स्वामी करो अमंगल नाश (२) धर्म ही सच्चा मगल (२), अमंगल भव-वास....श्रीसीमंधर० १ रम्य मुखकमल तेरा, स्वामी प्रेम परिमल पूर्ण (२.) स्वान्त है नाचने लगता (२), देखते ही जो तूर्ण...श्रीसीमंधर २ मिले एकबार भी दुर्लभ, स्वामी तव दर्शन साक्षात (२) नेत्र हो धन्य हमारे (२), जन्म-मरणका भी घात : श्रीसोमंधर० ३ नमन हमारा तुझ, स्वामी पल पल अनन्त बार (२) मस्त बन यों मुझमें (२), ज्यों न उठे को को विचार...श्रीसीमंधर०४ 15 सीमंधर सीमंधर, स्वामी सीमंधर सीमंधर (२) 'महेन्द्रमणि' जपे जो हो (२), क्यों न वो भी सीमंधर...श्रीसीमंघर०५ For Private And Personal Use Only

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