Book Title: Trailokya Prakash
Author(s): Hemprabhsuri
Publisher: Indian House
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समर्पणम् जनताजनितानन्दो
गुग्गगणकन्दो वदान्यमर्धन्यः । विलमति बी. ए. विरुदी
गिरिधारीदाससन्महन्तोऽयम् ॥ १ ॥ भुम्मनशाहस्थाना
ध्यक्षो नियतेन्द्रियकविख्यातः। एम्. एल. ए. विग्चरितः
सद्गुगाभग्निश्चिरं जयतु ॥ २॥ तम्योन्माहशनानां
कृतज्ञतापाशसन्नद्धः । रामस्वरूपशर्मा
समपयत्येतमुपहारम् ॥ ३॥

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