Book Title: Tali Ek Hath Se Bajti Rahi
Author(s): Moolchand Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

View full book text
Previous | Next

Page 17
________________ DO8 राजा अश्व सेन के महल में सौधर्म इन्द्र की इन्द्राणी प्रसूतिगृह मेंगई. अहा! हा! हा! आज मैं निहाल होगई। चलूं,बालक को ले चलं अपने पति को सौंपदं, और किरचलें पांइक शिलापर बालक क' जन्माभिषेक करने के लिए। परन्तु यदि बाजक को उठाया लो माता को कष्ट होगा। अतः इतनी देर के लिए माता को निद्रा में सुला दूं और एक मायामई बालक को उनके निकट लिटाकर भगवान बालक को उठा लूं। wheel MO । O MATEHSTUDIO 1972 DEAS JOITTES HE Janata T troy KDOLVIN VILLA

Loading...

Page Navigation
1 ... 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36