Book Title: Sutrakrutanga Sutram Part 04
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 1
________________ 1779 जैनाचार्य-जैनधर्मदिवाकर-पूज्यश्री-घासीलालजी-महाराजविरचितया समयार्थबोधिन्याख्यया व्याख्यया समलवृतं हिन्दी-गुर्जर-भाषाऽनुवादसहितम् WAANENAWINE ACULOAGO ॥श्री-सूत्रकृताङ्गसूत्रम्॥ '' (चतुर्थो भागः) नियोजकः संस्कृत-प्राकृतज्ञ-जैनागमनिष्णात-प्रियव्याख्यानि पण्डितमुनि-श्रीकन्हैयालालजी-महाराजः, 3UUR Mal 04 AISH CRACARTO प्रकाशक. . RAYAN AMAA SNEgkuskAGE " मांगरोलनिवासी-स्वः श्रेष्ठिश्री माणेकचंद नेमचंदभाई तत्प्रदत्त-द्रव्यसाहाय्येन अ० भा० श्वे० स्था. जैनशास्त्रोद्धारसमितिप्रसुखः श्रेष्ठि-श्रीशान्तिलाल-मङ्गलदासभाई-महोदयः मु० राजकोट प्रथमा-आवृत्ति धीर-संवत् विक्रम संवत् ईसवीसन् प्रति १२०० २४९७ २०२७ मूल्यम्-रू० २६-०-० . । FRI SA ( APGARH ARRIRISH SBIST SEASE RKA YADGN A

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