Book Title: Sudha Sanchit
Author(s): Revashankar Vaidya
Publisher: Revashankar Vaidya
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||४, सुशासंगीतपैरास्यथः .
युद्ध सारंगधरन्नामळेनुन्धरण यसलपैयनेन पित्तीगायोन्लारप्रकारान्नानापरीयोन योगानं नेमण्यमानोरमान्यरहस्यन्ने युक्तीयोगायोगरीनन्येामान्मत्त महीन्यपरवीरानुतत्वहनीय सोहीत गरसीझरेपामयी तेसुवासरीतेसर्वलरीय - अर्थ प्रधान्यचीवाट
शेरो अक्षरधामाधीरापी अक्षा रगट्योयेहन्यारत्नेस्तेनाय भावनव पीहन्यातेरोसंबीरीयारामा पार पेणापयतेयही समझेसोसंसारन गरा वर्षघांनीदारता नायुडेतखलारन मित्रतागारमावशी तर्तपुरे पाग्यारनाउरा स्वपअक्षरसत्यनुन्नयोऽव्यर्थसगारर समैसौऋध्यमांन्रघरेनलारनाहरा अक्षरलपास्यान्नलपासोनुशंमा रेयरिया रह्मनेप्रीत्येऽरेप्रागांमनापायुयायी पुर्राते एयसरल्यायोन्लारयालगेलीन्र पए नगएरोसरगनानापागारतायेस) रख्यास्शनमतादामोष अहोयेये
।
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