Book Title: Sthaviravali Charitra or Parisista Parva
Author(s): Hermann Jacobi
Publisher: Asiatic Society

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Page 464
________________ CORRIGENDA. 177d for वाकतोऽन्यथा read बाग हि नान्यथा (of Varia Leotio) 840 , शिरस्त्रेणापि , शिरकेनापि 99d " यद्येव यदेव 168a , प्रवौयमानान् । माणान् 214b , "विरुद्य धिरोष्य 215d , नियुक्ती ऽभियुक्त 173 सहित तामि. , सहितताभि. 240d सक्रान्तव० सक्रान्त ब० 262a जापा 2770 चाभ्यु वाभ्य. 290d द्वितीयकोव . द्वतियौकीव 323 भारय. धारय. d , तत्पदा. तत्यादा. 3660d गाहस्थ्यो गाईस्थ्याटसौ 398d भारिकाः सारिका 4160d मृत सा. मनसा. 417 विविधा विविधा I136b लिषामपि लिमामिमे 40a ऋषभ श्रेही कृषभयेसो 710 " " " 121e व्या 138ab जम्बूम जम्बूM. 168b वधना 210a गजेन इन्य गजेनाइन्य 216a गन 2546 , युर्मिके प्युर्मिक 269 b " सा तथा सानधा II 31la and b for बन्धु बन्धक 312b for भी 3240 , अन्यदा द्वारा , 333 b , चौर्य बौले 342b , जाहल Parliestikhil : trists. " प्रनव्याथा गजो भो

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