Book Title: Shavar Tantra Shastra
Author(s): Rajesh Dikshit
Publisher: Deep Publications

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Page 8
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir एक दृष्टि में 0 मानव जीवन की आवश्यकता और आकांक्षाओं की पूर्ति के अनेक साधनों में 'तन्त्र' सरल और सुगम साधन हैं। 0 यह भ्रम सर्वथा निर्मूल है कि तन्त्र केवल भूल-भुलैया अथवा मन बह लाने का नाम है। 0 तन्त्र का विशाल प्राचीन साहित्य इसकी वैज्ञानिक सत्यता का जीता जागता प्रमाण है। 0 आधुनिक विज्ञान और तन्त्र में बहुत समानता होते हुए भी तन्त्र में स्थायित्व है, सत्य है और कल्याण है। तन्त्र विधान का शास्त्रीय परिचय और विधियों का सर्वांगीण ज्ञान ___ साधना को सफल बनाकर सिद्ध तक पहुंचता है। । लोक-कल्याण और आत्म-कल्याण की कामना से किये गये तान्त्रिक कर्म इस लोक और परलोक दोनों में लाभदायी होते हैं। 0 इस पुस्तक में दिये गये तन्त्र, मन्त्र प्राचीनतम्, प्रामाणिक, अनुपलब्ध पुस्तकों से संकलित किये गये हैं सिर्फ उन्हीं मन्त्र, तन्त्र को पुस्तक में स्थान दिया गया है, जिनकी सत्यता निर्विवाद है। पुस्तक पाठकों की भलाई के लिये बनाई गई है अस्तु "कुएँ के अन्दर जैसी आवाज देंगे वैसी ही प्रतिध्वनि. होगी" की तरह साधना आपके सच्चे मन कर्म से होगी तभी उसमें इष्टतम् फल प्राप्त होगा अन्यथा जैसा करेगा वैसा भरेगा । इसमें लेखक, प्रकाशक का क्या दोष ? For Private And Personal Use Only

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