Book Title: Shakalarka Samhita Saparishishta
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ऋ. सं. // 365 // चिद धिपःपुराजत्रुभ्य॑आतुर्दः / संघातासंधिमघापुरूवसुरिष्कर्ताविभुतपुनः 1.57.7 12 मा मनिष्टयाइवेन्द्रत्वदरणाइव / वनानिनजहितान्यद्रिवोदुरोषांसोअमन्महि 13 अर्मन्महीनाशवोऽनुग्रासश्चवृत्रहन् / सकृत्सुतैमहताशूरराधसा नुस्तोममुदीमहि 14 यदिस्तोमममश्रवदस्माकमिन्द्रमिन्दवः / तिरःपवित्र इससृवांसआशवोमदन्तुतुग्र्यावृधः 15 // 12 // आवद्यसधस्तुतिवावातुः || सख्युरागहि / उपस्तुतिमघोनांप्रत्वांवत्वर्धातेवश्मिसुष्टुतिम् 16 सोताहिसोममद्रिभिरेमेनमप्सुधावत / गव्यावस्त्रैवासयन्तइन्नरोनिर्धक्षन्वक्षोभ्यः 17 अधज्मोअर्धवादियोबृहतोरोचनादधि / अयावर्धस्वतन्वागिराममाजातासुक-15 तोपूण 18 इन्द्रायसुमदिन्तमसोमसोतावरेण्यम् / शुक्रएणंपीपयद्विश्वयाधियाहिन्वानंनोजयुम् 19 मात्सोम॑स्यगल्यासदायाचनहंगिरा / भूर्णिमृगं / SERIASISAMASHASSAMRAASASA For Private and Personal Use Only

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