Book Title: Shabdaratnamahodadhi Part 1
Author(s): Muktivijay, Ambalal P Shah
Publisher: Vijaynitisurishwarji Jain Pustakalaya Trust Ahmedabad
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ऊ13.
tuba.
गुरुता-गुलगुधा] शब्दरत्नमहोदधिः।
७७३ गुरुता स्त्री., गुरुत्व न. (गुरोर्भावः तल्-त्व) गुरुपाणु, | गुरुस्कन्ध पुं. (गुरुः स्कन्धोऽस्य) ते नभ में श्रेष्ठ વડીલપણું, શ્રેષ્ઠપણું, ભારેપણું, બળવાનપણું, પુષ્કળતા पवत, श्वेमात नामर्नु वृक्ष.
-गृष्टिगुरुत्वाद् वपुषो नरेन्द्रः-रघु० २।१८ । | गुरुस्थिर त्रि. (गुरुः स्थिरः) अत्यंत. स्थिर. गुरुदैवत पुं. (गुरू: दैवतमस्य) पुष्य नक्षत्र. (गुरु | गुरुहन् पुं. (गुरुं गुरुपाकं हन्ति हन्+क्विप्) धोमो दैवतं यस्य) गुरूने वि. तरी: मानना२.
स.२स.व. (त्रि. गुरुं हन्ति हन्+क्विप्) गुरूने. १२.. गुरुपत्नी स्त्री. (गुरू: आचार्यः पतिर्यस्याः नुङ् ङीप्) गुरूत्तम त्रि. (गुरुषु गुरुणाम् वा उत्तमः) मतिशय गुरुनी स्त्री, भाता, भोरमान माता
उत्तम-पू०५. (पुं.) ५२मेश्वर.. गुरुपत्र न. (गुरूणि पत्राण्यस्य) थी२ धातु. गुर्जर पुं. रात हेश. -तेषां मार्गे परिचयवशार्जितं गुरुपत्रा स्त्री. (गुरूणि पत्राणि पाचने यस्याः) मलदान गुर्जराणां, यः संतापं शिथिलमकरोत् सोमनाथं विलोक्य
विक्रमाङ्क० ५८।९७ । (पुं. ब. व. गूर्जरः अभिजनो गुरुपुत्र पुं. (गुरोः पुत्रः) गुरून पुत्र.
निवासोऽस्य गौर्जरः, अण् बहुषु लुक् गूर्जराः) गुरात गुरुभ न. पुष्य नक्षत्र, धनुष, भीनशि .
પ્રાંતના રહેવાસી લોક. गुरुमणि पुं. पोज।४ भलि.
गुर्जरी स्त्री. (गुर्जर अण्+ङीप्) में तनी २0090., गुरुमर्दल पुं. (गुरुश्चासौ मईल:) मृदृ। स२j . -भैरवी गुर्जरी रामकिरी गुणकिरी तथा- सङ्गीतदर्पणे જાતનું વાઘ, ડિડિમ વાર્દેિત્ર.
१६. अ० । गुरातना स्त्री.. गुरुरत्न न. (गुरोः प्रियं रत्नम्) पोज२४, गोभ नामे | गुर्द (भ्वा. आत्म. अ. सेट-गुर्दते) २म, मेस.
गे. भलिए- नवग्रहदोषशान्त्यै धार्याणि नवरत्नानि ।। (चुरा. उभय. सेट-गुर्दयति, गुर्दयते) २३j, वसई, वैडूर्यं धारयेत् सूर्ये नीलं च मृगलाञ्छने ।। आवनेयेऽपि leuaj, २भ. माणिक्यं पद्मरागं शशाङ्कजे । गुरौ मुक्ता भृगौ वज्रं | गुर्व (भ्वा. पर. अक. सेट-गुर्वति) Gधम ४२व., Guम. शनौ नीलं विदुर्बुधाः ।। -कश्चित् ।
गुर्वर्थम् (गुरोः अर्थम्) गुरू भाटे -गुर्वर्थमाहर्तुमहं यतिष्येगुरुराहु पुं. (गुरुणा सह राहुर्यत्र) dभा गुरु साथे राहू रघु० ५७ । ગ્રહ હોય છે તેવો એક યોગ.
गुर्वादित्य पुं. (गुरुणा सह आदित्यो यत्र) ठेभ गुरु गुरुवत् अव्य. (गुरुणा तुल्यम्) गुरू प्रमो , गुरू . સાથે સૂર્ય હોય તેવો એક યોગ. गुरुववृत्ति स्त्री. (गुरुवद् वृत्तिः) ठेवी शत. गुरू साथे. गुर्विणी स्त्री. (गुरुर्गर्भोऽस्त्यस्याः ब्रीह्यादित्वात् इनि) વર્તાય છે એવી રીતે બીજા સાથે વર્તવું તે.
सामा स्त्री. -गुर्विणी नानुगच्छन्ति न स्पृशन्ति गुरुव_घ्न पुं. (गुरुवर्ची विष्ठाविबन्धस्तं हन्ति रजस्वलाम् । __ हन्+टक्) ही दीखुर्नु आ3...
गुर्वी स्त्री. (गुरु+ङीष्) गौरववाणी स्त्री -न हि बन्ध्या गुरुवर्तिन् पुं. (गुरौ गुरुकुले वर्त्तते वृत्+णिनि) विजानाति गुर्वीप्रसववेदनाम्-हितो० । गौरवानी गुरुसियासी, बाया.
स्त्री, गुरूपत्नी. गुरुवर्ष न. पुं. ज्योतिषशास्त्र प्रसिद्ध मे. वर्ष. गुल पुं. (गुड डस्य ल:) शेरीनो गोn. गुरुवार पुं. (गुरोर्वारः) गुरूवार, डस्पति. वा२. -गुलञ्चकन्द पुं. (गुलं गुडरसमञ्चति अञ्च्+अण् -गुरुवृत्ति स्त्री. (गुरौ वृत्तिः) शुरू से प्रभारी शक० गुलञ्चः कन्दोऽस्य) मे तनो ४६. વર્તવું જોઈએ તેવું વર્તન.
गुला स्री. (गुल+टाप्) थोरन, 3. गुरुशिशपा स्त्री. (गुर्वी शिंशपा) 48.२. सासम, गुलिका स्त्री. (गुडः गोलाकारः अस्त्यस्य ठन्) , એક જાતનું ભારે સીસમ.
એક જાતનો રોગ. गुरुसार त्रि. (गुरुः सारोऽस्मिन्) अत्यंत. सारवाजी | गुली स्त्री. (गुडाकारोऽस्त्यस्या अच् गौरा. ङीष्) गोजी, હરકોઈ વસ્તુ.
એક જાતનો રોગ. गुरुसारा स्री. (गुरुः सारोऽस्याम्) २२. नाम-l. धातु. | गुलगुधा अव्य. As Aq Alauो भव्यय, साथे.
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