Book Title: Shabdaratna Pradip Author(s): Hariprasad Shastri Publisher: Rajasthan Purattvanveshan Mandir View full book textPage 9
________________ शुद्धिपत्रक अशुद्ध कान्तो ज्याति कल्पः कल्पो कल्पं ज्ञेया A. B. ज्ञेयः (? द्धे) शुद्ध कान्तौ ज्योति कल्यः कल्यो कल्यं झेयः युक्तके मुक्तकः१२ C. ज्ञेया (१ धौ) मुक्तके १'मुक्तकः१२ कालेऽनागते मुक्तक कल्य कल्य काले ह्यनागते मण्डल कल्प खजूर खजूर जयन्ती १ ७१ मुक्तक ३६-३९ मण्डल १०Page Navigation
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