Book Title: Sanskrit Sopanam Part 02
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company
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धनिकः धनम् यच्छतु। धनिकौ धनम् यच्छताम्। धनिकाः धनम् यच्छन्तु।
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वीराः अरीन् नाशयन्तु। कवयः कविताः श्रावयन्तु। भक्ताः देवान् अर्चन्तु । देवाः भक्तान् रक्षन्तु। छात्राः सदा सत्यम् वदन्तु। ते आचार्याणाम् आज्ञाम् पालयन्तु। कृषकाः वृषभान् गवेषयन्तु।
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अद्य अत्र तरणस्य प्रतियोगिता भविष्यति। जनाः अत्र आगच्छन्तु तिष्ठन्तु च। भोः बालकाः, किम् यूयम् अपि अत्र आगमिष्यथ ?
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सन्तु
कविता
कविः
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सत्यम्
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तरणम्
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भोः
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मुकाबला अरे
फलम् मधुरम् अस्तु । फले मधुरे स्ताम्। फलानि मधुराणि सन्तु।
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(mother)
(to kiss)
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(may they) be
(poem)
(poet)
(to tell)
(truth)
(today)
(swimming)
(competition)
(hey, oh)
नए धातु (New verb roots) — चुम्ब् (1), श्रावय् (1)
नए रूप (New Nouns) - कविता, प्रतियोगिता- लता के समान (like लता)
नए अव्यय (New avyayas) – अद्य भोः
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