Book Title: Sanskrit Sopanam Part 02
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

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Page 44
________________ धनिकः धनम् यच्छतु। धनिकौ धनम् यच्छताम्। धनिकाः धनम् यच्छन्तु। stit ni वीराः अरीन् नाशयन्तु। कवयः कविताः श्रावयन्तु। भक्ताः देवान् अर्चन्तु । देवाः भक्तान् रक्षन्तु। छात्राः सदा सत्यम् वदन्तु। ते आचार्याणाम् आज्ञाम् पालयन्तु। कृषकाः वृषभान् गवेषयन्तु। Te bus अद्य अत्र तरणस्य प्रतियोगिता भविष्यति। जनाः अत्र आगच्छन्तु तिष्ठन्तु च। भोः बालकाः, किम् यूयम् अपि अत्र आगमिष्यथ ? अम्बा चुम्ब् सन्तु कविता कविः श्रावय् सत्यम् अद्य तरणम् प्रतियोगि भोः Diac (Thelen माँ चूमना (वे सब) हों कविता Worl कवि 11 bluor = To सुनाना 9190 dorize med ni bor low सच (शब्दार्थाः आज तैरना Foll मुकाबला अरे फलम् मधुरम् अस्तु । फले मधुरे स्ताम्। फलानि मधुराणि सन्तु। 37 (mother) (to kiss) ssiansTT) DR Trang (may they) be (poem) (poet) (to tell) (truth) (today) (swimming) (competition) (hey, oh) नए धातु (New verb roots) — चुम्ब् (1), श्रावय् (1) नए रूप (New Nouns) - कविता, प्रतियोगिता- लता के समान (like लता) नए अव्यय (New avyayas) – अद्य भोः -

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