Book Title: Saman Dhamma Rasayanam
Author(s): Dharmdhurandharsuri, Bhuvanchandravijay
Publisher: Shrutgyan Prasarak Sabha
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मुक्ती (मुक्ति: - निर्लोभता ) - ४
॥ वित्ती ॥
मुत्तिमुत्तामालं - णिल्लोहयारूवमुत्ताहलमालं । धरह - हिययेरक्खह -
जइ - जं ।
सिवबालं मुत्तिकुमारिं । इच्छइ - अहिलसह ।
ता
धरह
१) गुणमणिजुत्ता - दयादाणपमुहगुणरयणकलिया । मुत्तिमाला णिल्लोहयारूवामाला ।
विसालं वित्थिण्णं ।
सुहं - सुक्खं ।
अप्पइ - पयच्छइ ।
जस्स - बुद्धिअिस्स ।
हियये - अंतःकरणे ठिआ ठि गया ।
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सो सोजणो । हंत - णूणं । करालं भयावहं ।
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लोहं सव्व पावमूल भुअं तुरियं कसायं । जयइ - णिग्गिण्हइ ।
२) अईवविरुवा ।
अइसयेण दुद्दंसणा ।
तण्हाजाला
पण्ह मई |
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लालसारूवा अग्गिसिहा ।
२३

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