Book Title: Rajul
Author(s): Mishrilal Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 27
________________ राजुल गिरनार पर्वत से उतर कर प्रभु जूनागढ़ आते हैं। नगर के बाहर कुबेर समवशरण की रचना करता है। भगवन !. तप क्या होता है ? 25 SAVA सभी मनुष्य समान हैं। मनुष्यों की भाँति पशु-पक्षियों में भी आत्मा होती है। इनकी रक्षा करना मनुष्य का कर्तव्य है और इनको मारना पाप है। इच्छाओं की कोई सीमा नहीं होती । उनका रोकना ही तप है ।

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