Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 02
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 885
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir हजरत ( ८७९ ) हटायो जार पच जाने की स्थिति, हड़प लेने की अवस्था या भाव । हटक, हटकण-पु०१ भय, डर । २ प्राज्ञा, अनुशासन । ३ रोब, २ सिंह के अगले कंधे के पास की हड्डी जिसे चाट कर वह प्रभाव, धाक । ४ मर्यादा, सीमा। ५ बंधन । ६ वर्जन, खाना 'इजम' करता है। मनाही। ७ हांकना किया। ८ नियंत्रण। हजरत. हजरति (त्ति) हजरथ, हजरिति (थी)-पु० [अ० हज्रत] हटकणी (बो)-क्रि० १ मना करना, वर्जन करना, रोकना। पादर या सम्मान सूचक शब्द, श्रीमान । २ बादशाह । २ डांटना, धमकाना, फटकारना। ३ पीछे हटाना, परास्त ३ महात्मा, महापुरुष । ४ चालाक दुष्ट या लुच्चा व्यक्ति। करना । ४ प्रतिबंध लगाना, रोक लगाना । ५ हटाना, दूर हजाम-पु० [अ० हज्जाम] हजामत बनाने वाला, नाई । __ करना। ६ नियंत्रण करना। हजाज-स्त्री० [अ० हजाज] बफा । हटकारणी (बी)-देखो 'हटकरणो' (बी)। हजामत (ति)-स्त्री० [अ०] १ सिर या दाढ़ी के बाल कटाने हटकार-स्त्री० लानत, फटकार । की क्रिया, क्षोर कर्म। २ बढ़े हुए बाल । ३ किसी को हटकारी-वि० १ वर्जन, निषेध । २ डोट, फटकार । ३ हटने बेवकूफ बनाकर खर्चा कराना या ठगना (व्यंग)। की क्रिया या भाव । ४ मूछों पर ताव देने का भाव । हजार-वि० [फा०] सो का दश गुणा, सहस्र । -पु० सौ के दश हटकी-हटकी-मध्य पटक-पटक कर । रुक-रुक कर । गुणा की संख्या, १०००। -मेखो, मैखी-वि० जिसमें | हटक्क-देखो 'हटक'। हजार कोलें लगी हों। -पु. एक प्रकार का कवच । | हरड़ी-स्त्री. १ काष्ठ या धातु निमित पात्र जिसमें मिर्च मसाले हजारवौं वि० हजार के स्थान वाला, ६६६ के बाद वाला। रखने के खाने बने होते हैं । २ दीवार में 'पाळे' (ताक) की -पु. किसी इकाई का हजारवां अंश या भाग । तरह रखी जाने वाली जगह, जिसके कपाट भी लगते हैं। हजारी-पु. १ एक हजार मुद्रा के मूल्य का घोड़ा । २ हजार ३ देखो 'हाट'। के मूल्य का कोई पदार्थ । ३ एक हजार सिपाहियों का | हटड़ी-पु० १ एक हो व्यवसाय की दुकानों वाला स्थान या सरदार, सेनानायक । -वि० १ हजार के मूल्य का। क्षेत्र । २ वस्तु विशेष का उत्पादन या व्यावसायिक केन्द्र । २ हजार का, हजार से संबंधित । ३ हजार की गणना मैं, ३ देखो 'हाट'। तादाद में । ४ हजार वर्षों की। ५ वर्णसंकर, दोगला । ६ हजारे का। हटणी (बौ)-क्रि० । किसी स्थान को छोड़कर इधर-उधर होना, हजारीगुल-पु० एक प्रकार का पुष्प । सिरकना, खिसकना । २ टलना, हटना । ३ किसी बात या हजारीघास-स्त्री० एक प्रकार को घास जो औषधि में काम 'कार्यक्रम का निश्चित समय से पागे सरकना, स्थगित माती है। होना। ४ दूर होना, मिटना। ५ कायम या दृढ़ न रहना, हजारीसद्दी-पु० [फा० हजारी-सद्दी] हजारवा महोत्सव । विचलित होना । ६ दूर रहना, अलग रहना, अन्यत्र रहना। हजारीहफत-देखो 'हफत हजारी'। ७ सामने से दूर करना। हजारू-वि० [फा० हजर + रा.प्र.ऊ] १ कई हजार, सहस्रों। हटवारिणयो-पु. व्यापारी, दुकानदार। २ अत्यधिक, बहुत ।। ३ हजारों की तादाद में। हटवाड़ी (डो)-पु. १ सप्ताह में किसी नियत दिन को लगने हजारेक-वि० एक हजार के लगभग। वाला बाजार या हाट । २ हाट, समूह, बाजार लगने का हजारौ-पु. पीले और लाल रंग का, छोटो पंखुड़ियों का | केन्द्र स्थल । ३ बाजार। गुच्छादार फूल व इसका पौधा। हटवाणी (बौ)-क्रि० १ किसी स्थान को छुड़ाकर इधर-उधर - हजुरि (री)-देखो 'हुजुरी'। करवाना, टलवाना, खिसकवाना । २ किसी बात या कार्यक्रम हजूमी-वि० प्राकृतिक, नैसगिक । को नियत समय से भागे सरकवाना, स्थगित कराना । हजूर-देखो हुजूर। ३ सामने से दूर करवाना, विमुख कराना । ४ मिटवाना, हरि (री)-देखो 'हुजूरी'। दूर कराना। ५ कायम या दृढ़ न रहने देना, विचलित हजूरिय, हजुरियो-देखो 'हुजूर'। करवाना । ६ दूर, अन्यत्र या अलग रहने के लिये प्रेरित हजूरीवांन-देखो 'हुजूरीवान' । कराना। हज्ज-पु० [१०] १ मुसलमानों द्वारा की जाने वाली मक्का-हटवी-पु० दुकानदार, व्यापारी । मदीना की यात्रा, तीर्थयात्रा। २ संकल्प । ३ आनन्द, | हटाणों (बी)-क्रि० १ किसी स्थान से इधर-उधर करना, सुख। . सिरकाना, खिसकाना, स्थान से टालना, हटाना । २ सामने । हट-१ देखो 'हाट' । २ देखो 'हठ'। से दूर करना, विमुख करना। ३ नियत समय से पागे For Private And Personal Use Only

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