Book Title: Prashnottar Chintamani
Author(s): Anupchand Malukchand Sheth
Publisher: Jain Gyan Prasarak Mandal

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Page 11
________________ सूचना. पृष्ठ २५९ गुरु तथा शुक्र बाळ तथा वृद्धना दिवस लग्नशुद्धि प्र. माणे लख्या छे, पण आरंभसिद्धिमां गुरु आश्री बाळ तथा वृद्ध ब न्नेना पंदर दिवस त्याग करवा लख्या छे, तथा अन्यदर्शनमा गुरु न तथा शुक्रना सरखा दिवस कह्या छे १०-७-३ दिवस ए रीते मुहूर्त. सिंधुमां कयुं छे. ___ पृष्ठ १५१ नी नवमी ओळमां कर्णिकामां "म" थापवो एटले “म” वधारीने वांचq. Scanned by CamScanner

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