Book Title: Pallival Jain Jati ka Itihas
Author(s): Anilkumar Jain
Publisher: Pallival Itihas Prakashan Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 172
________________ 142 पल्लीवाल जन जाति का इतिहास श्री श्यामलाल सत्यार्थी आपको सन् 1930 के आन्दोलन में 6 मास को कडी सजा हुई थी। आपकी पत्नी तथा पुत्र इसी बीच स्वर्ग सिधार गये थे। श्रीमती शरबती देवी___आप स्वर्गीय बाबू सांवलदास जी की सुपुत्री थी । सन् 1930 के आदोलन मे आपको कारावास मे कठोर सजा भुगतनी पड़ी थी, बाद मे प्राजिका हो गई। बाबू प्रताप चन्द जी आपने सन् 1930 मे काग्रेस की आर्थिक सहायता के लिए बहुत उद्यम किया था। आन्दोलनकारियो के मित्र होने के कारण आप सन् 1942 में मरकारी नौकरी से मुत्तिल हो गये थे । प० कृष्ण चद पालीवाल, सेठ अचल सिंह, महेन्द्र जी आदि के निकट सम्पर्क में रहे। समाचार सग्रह भी करते थे। जैन समाज में स्वदेशी आन्दोलन चलाया। बाबू फूलचन्द बरवासिया श्री फूलचन्द बजाज, श्री ग्यारेलाल बजाज आदि के साथ सन् 1930 के ही आदोलन से राष्ट्रीय कार्य किया। खादी प्रचार के कार्य मे तथा दिगम्बर जैन मन्दिरो मे खादी के प्रचार के लिए काफी उद्योग किया। सन् 1942 के आन्दोलन में भी काफी सहयोग दिया। लाला करोडीमल-- ___आप सन् 1930 से काग्रेस के मुख्य कार्यकर्ता रहे। उम आन्दोलन के प्रचार के लिए सत्याग्रह किया तथा सन् 1942 के आन्दोलन में भी बहुत काम किया। सरकार के गुप्तचर विभाग ने आपकी भी देखरेख रखी थी। जिला-मथुरा श्री गोकुलचन्द जी-- आप मेघपुर नामक ग्राम के रहने वाले थे। सन् 1942 के

Loading...

Page Navigation
1 ... 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186