Book Title: Padma Vardhaman Sanskrit Dhatu Shabda Rupavali Part 01
Author(s): Rajpadmasagar, Kalyanpadmasagar
Publisher: Padmasagarsuri Charitable Trust

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Page 207
________________ टेबल ट्रस्ट द्वारा चार्य पदासागरसूरि चेरीटेबल ट्रस छालाभिन पुस्तके पुस्तके लेखक 1.मुक्ति ना मंगल प्रभाते (गुज.) आ. वर्धमानसागरसुरि 2.मुक्ति का महल (हिन्दी) आ. वर्धमानसागरसुरि 3.गुरू कैलास ना चरणे (गुज.) आ. वर्धमानसागरसुरि 4.श्रीमाली वंशनो इतिहास (गुज.) आ. वर्धमानसागरसुरि 5.जिन गुण सरीता (गुज.) आ. वर्धमानसागरसुरि 6.आओ! सुक्तियों की बगीया में चलें (हिन्दी) मुनि महेन्द्रसागर 7.बुढियां का पिटारा (हिन्दी) मुनि महेन्द्रसागर सुवाक्य तक गुमावे, तकदीर गुमावे। सही बुद्धिमता हर दिन की मुल्यवान क्षणों का फायदा उठाने में रहा है। स्नेह भाव सबके लिए परन्तु समर्पण भाव सिर्फ प्रभू एवं गुरू के लिए।

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