Book Title: Mahavir aur Unki Ahimsa
Author(s): Prem Radio and Electric Mart
Publisher: Prem Radio and Electric Mart

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Page 9
________________ अहिंसा के अग्रदूत भगवान महावीर भगवान महावीर का जन्म लगभग ६०० वर्ष ईसवी पूर्व बिहार प्रदेश में हुआ था। उनके पिता का नाम सिद्धार्थ था और वे ज्ञातृवश के क्षत्रिय तथा कुण्डपुर के राजा थे। उनकी माता का नाम त्रिशला था और वे वैशाली के राजा चेटक की सुपुत्री थीं।* ___ भगवान महावीर बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि और चतुर थे। बाल्यकाल मे भी उनका मन बाल सुलभ मनोरजनो में नही लगता था। उनका अधिकतर समय विद्याध्ययन, चिंतन और मनन में ही व्यतीत होता था। कुमार-अवस्था को पार कर युवावस्था में प्रवेश करने पर भी उनका मन सांसारिक सुखो की ओर नही गया । ससार के प्राणियों को दुखी देखकर उनका मन व्याकुल रहता था और वे ससार के दुखो के कारण और उनको दूर करने के उपाय खोजने के प्रयलो मे लगे रहते थे । अपना सारा समय इन्ही प्रयत्लो मे लगाने के लिये उन्होने घर बार छोडकर साधु जीवन पुरानी परम्परा के अनुसार भगवान महावीर का जन्म स्थान राजगृह नगर से कुछ मील दूर कुण्डलपुर माना जाता था। परन्तु नई खोजो के अनुसार भगवान महावीर का जन्म स्थान मुजफ्फरपुर जिले में वैशाली के पास कुण्डपुर (जिसको आजकल बासुकुण्ड कहते हैं) माना जाता है । वहा के निवासी इस स्थान को बहुत पवित्र मानते हैं तथा उस भूमि पर खेती भी नहीं करते।

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