Book Title: Kahe Kalapurnasuri Part 02 Gujarati
Author(s): Muktichandravijay, Munichandravijay
Publisher: Shanti Jin Aradhak Mandal

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Page 3
________________ લ સાહિત્ય sorue 9- अविमुन्तिय विषय -मशिनियन पिya पृ. गचित्रा मुक्तिद्रविजयजी पु. मुनिश्री मुनिचंदविजयजी पाय प्रवेश कहिाजराजाचार्ययोमान्द्राविधिता सगजरायो गोलि अभिधानचिन्तामणि-नाममाला पासवान कृपयादा आचार्या श्रीविजयकलापूर्णसूरीश्वराः पाता आचार्य श्रीविजयकलाप्रभसूरीश्वराः कच्छ Salegaयनीविया नियvिa [सम्पादन मुक्तिचन्द्रविजयः गणिश्री मुनिचन्द्रविजयश्च जेन-सट्पः श्री पाणीपर श्वे. म. A CAUSUS जय विजय आशीर्वाद-दार आमोनित ज्या आप श्री शालिभद्र महाकाव्यम भी विजय कलापूर्ण सूरीन्याः पू.मुनिराज श्री मुक्तिचन्द्रविजयजी म.सा. पू.मुनिराज श्री मुनिचन्द्र विजयजी म.सा.

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