Book Title: Jyotirvignan Shabda Kosh
Author(s): Surkant Jha
Publisher: Chaukhambha Krishnadas Academy

View full book text
Previous | Next

Page 599
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ७९ सा ८० २३९ २०२ अकारादिशब्दानुक्रमणिका ५८७ अकारादिशब्दाः पृष्ठाङ्काः | अकारादिशब्दाः पृष्ठाङ्काः सहोदरी | साग्र=(अग्रेण सहितम्)। सह्य २०४ | सारवर्षशत=(विंशत्युत्तरशतवर्षाणि), ४१ सह्यकुलपर्वत १०० |साग्वर्क ११५ संह्यकुलाचल ९९ | साग्विन ११५ साकुलाध्रि १०० साङ्कदशन् 'सा' साव्य २१२ २१७ | साङ्कविंशति सांयात्रिक १२, २१५ सांघ्रि ८९ सांवत्सर २५६ | साचि सांवत्सरिक (संवत्सरसम्बन्धी) सात साँवत्सररथ ३४ | सातवाहन (शालिवाहननृपः), सावर्तक (प्रलयाग्निः, प्रलापकर्तावा)। |सातीन सांसर्गिक (संसर्गनिमित्तम्), सातीनक=(मटरेतिनाम्नाप्रासिद्धानम्), सांसृष्टिक १८ |सात्यकि २२७ साहितिक २५६, २७ सात्वत २१६, २२५ साकम् (सह), सादन १२२ साक्षदेश (सपलदेश:), सादृश २४८ साक्षर (पठित:) सादृश्य २४८ सागदशन् ७८ सागर ७, ४२ सायक ९, १३५ सागरगा २४५ साधारण १७, २५३ सागरगामिनी साधारणस्त्री २०५ सागरनेमि | साधिकार १४७ | साधु ३०, २५५ सागरमेखला ४५ | साधुमत् १४७ सागरात्मज ४१ / साध्य १०, १९७ सागराम्बरा साध्वस सागराम्बरासुत ४४ सानलदशन् ७८ सागविंशति | सानु २०१ सागार २४४ | सान्दृष्टिक १८ साग्निविंशत् ७९ | सान्द्र २५३ साद्यस्कयज्ञ २०१ सागरभू ४५ १२३ For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628