Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti
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परिशिष्ट ]
[ 523
7
पृष्ठ
पष्ठ
गर्ग
518
194
" "शिष्य
330 194
160
318 |
गणेश दैवज्ञ 470,472,476 | चन्द महत्तरा महासति 82 गम्भीरविजय 244 चन्दर्षि 96,98,100,132
जगन्नाथ
412,422 96
225,233 जट्टमलनाहर
418 गर्गऋषि
510 | चन्द्रकीति 270,312,432,436
जयकीर्ति 152,296,336,338 गुणचन्द्र
248,314 चन्द्रगज
जयकृष्ण
452 गुणरत्न (गणि)सूरि 156,216,450
चन्द्रतिलक
282 जयचन्द
152,220,502 गुणविजय 30,32,192,204 चन्द्रप्रभ 118,160,332
जय चन्द्र गणि गुणविनय 120,222,276,416
चन्द्र मुनि
230 गुणविमल
192 चन्द्रशेखर
जयचन्द्र सूरि गुणविलास
226 चन्द्रसूरि 28,72,78,98,258| जयतसी
52,294 गुणसागर 124,294,336
चन्द्रसेन
400 जयतिलक सूरि 306,312 गुणमूरि
322,344 चरणदास
514 | " " शिष्य गुण सौभाग्य सूरि 342
240 (वाचक) चरित्र (भंग सेन शिष्य)
जयदेव
456 गुमान विजय
जय देवमुनि
144,410 गुलाल विजय
360 (") चरित्रनंद
230 जयदेव सूरि शिष्य (तपगच्छ) 114 गोपाल भट्ट
चरित्र नंदि गोरखनाथ पत्रानुसार
234 (वाचक) जयनिधान 342
चरित्र रत्न गोवर्द्धन
118,120 जयन्त भट्ट पुरोहित
450 चरित्र वर्द्धन
416 गोविन्द
जयमङ्गल 466,482,502
412 चाणक्य
406 (ऋषि) जयमलजी 82,152,222 गोविन्द ज्योति
चारण चतुरा
418 गोहरिनाथ
268,314
251,426| जयविनय गौतमऋषि चारित्रसिंह
224 चारुचन्द्र
जयशेखर 90,124,126,164 चिदानन्द 514
_166,306 चक्रधर चैनजी
जयसागर 220,254,318 चण्ड
चौधरी 408
326 चण्डपाल 308
जयसिंह सूरि
176 चतुर्भुज 236
जय सोम गणि 138,268 चतुर्भुज कायस्थ 414 | छाजुराम 412 जयानन्द
230 (कवि) चन्द 416 | छौं हल
410 | जयानन्द सूरि - 40,228,442
418
106
490
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