Book Title: Jain Vidya evam Prakrit
Author(s): Gokulchandra Jain
Publisher: Sampurnanand Sanskrut Vishvavidyalaya Varanasi

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Page 12
________________ विषय-सूची ७-१४ १५-२३ २४-२७ जैन श्रमण परम्परा : इतिहास, कला और संस्कृति १. जैन श्रमण परम्परा का दर्शन पं० फूलचन्द्र शास्त्री २. जैनधर्म और संस्कृति ___ डॉ. ज्योतिप्रसाद जैन ३. समन्वय की साधना और जैन संस्कृति डॉ० रामजी सिंह ४. जैन एवं बौद्धधर्म डॉ० कोमलचन्द्र जैन ५. भारतीय संस्कृति में जैन धर्म प्रो० कष्णदत्त बाजपेयी ६. भारतीय विचारधारा और जैन दृष्टि श्री राधेश्यामधर द्विवेदी ७. जैन कला का अवदान डॉ० मारुतिनन्दन प्रसाद तिवारी ८. गुजरात में जैनधर्म और जैनकला ___ डॉ० हरिहर सिंह ९. जैन शासक अमोघवर्ष प्रथम डॉ. दीनबन्धु पाण्डेय 9.. Emperor Khāra vela and the Jaina Tradition in Orissa Dr. Krishna Chandra Acharya २८-३२ ३३-३७ ३८-६१ ६२-७२ ७३ ७८ ७९-८२ जैन चिन्तन और समाज विज्ञान ११. जैन शास्त्रों के सामाजिक एवं सांस्कृतिक तत्वों का मानव वैज्ञानिक अध्ययन डॉ. गोकुलचन्द्र जैन ८५-९१ परिसंवाद-४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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