Book Title: Jain Lekh Sangraha Part 1
Author(s): Puranchand Nahar
Publisher: Puranchand Nahar

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Page 337
________________ संवत् लेखांक | संवत् लेखांक नाम नाम महुकर गच्छ। धनप्रभ मू० यशसूरि गच्छ। १५०५ ६ ५६ १२४२ ८३३३८३४ ७०२ १५०१ नाम विधिपक्ष गच्छ। जयकेशर सू० वृद्धपोसल गच्छ। आनंदसोम सू० वृहद् गच्छ। पं० पद्मचन्द्र गणि शातिप्रभ सू० जयमङ्गल सू० विनयचंद्र सू० अमरप्रभ सू० प्रभ सू० हेमचन्द्र सू० महेंद्रसू० रनाकर सू० महेन्द्र सू० सरवाल गच्छ। १४३९४४ ८५८ रुद्रपल्लीय गच्छ। देवसुन्दर सू० ४६१ १२१५ सोमसुन्दर सू० | १२६० १२२ १३४ | १४३३ गुणसुन्दर सू० | १४४८२ उ० गुणप्रभ ५०१ १४८६ भावतिलक सू० ४६० | १४६३ लंपक गच्छ। १५०८ उ० सागरचंद्र गणि १४८९५० १५११ १५१८ अजयराज सू० १८४/२०७ १५२५ १५३२ १५६६ २७४ HAN १६२५ १६३१ २३५ संडेरक गच्छ। १७१८ १६२१ सुमति सूरि ८३९ ५१६ ४१५ अमृतचंद्र सू० १६८।१६० १११० विजय गच्छ। सुमतिसागर सू० १३८ १२१८ शांतिसागर सू. १६७१३४६ १३५० ३५१६३५४३५३६०३६२ १३१६ ३६४३६६।३६८१३१०॥३७२ १४५० ३७६३७८१३८०।३८२३१००० विद्याधर गच्छ। १४७२ उदयदेव मू० हेमप्रभ मृ० 9६८ | १४८६ ១១ १४६६ शांति सू० सुमति सू० शांति सू० ७५८ ४६४ | १४८३ १४२६ १५३४

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