Book Title: Jain Diwali Sampurna Puja
Author(s): ZZZ Unknown
Publisher: ZZZ Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 33
________________ नहीं हैं। पूर्व के पुण्य कर्म से स्वस्थ शरीर मिला है पटाखों से यदि कोई अंग खराब हो गया तो? क्या पुनः मिल सकेगा ? पटाखे से मेहनत की कमाई बर्बाद होती है, उन पैसें से किसी गरीब का इलाज, गरीब को शिक्षा, त्योहार पर मिठाई का वितरण कर, एक अच्छे इंसान क्यों नहीं बनते ? हर वर्ष पटाखों से कई जगह पर अग्नि लग जाती है, कई जन मर जाते हैं। क्या आपको पता है इस वर्ष किसका नम्बर है? आतिशबाजी से पर्यावरण, धन, जन, स्वच्छता, स्वास्थ्य, शांति, धर्म, श्रद्धा, समर्पण, विवेक, बुद्धि की हानि कौन समझदार करेगा ? सच्चा श्रद्धालु वही है जो अपने भगवान, गुरु की आज्ञा पूर्णतः पालन करता है। जब तुम किसी मरे को जिन्दा नहीं कर सकते, तो मारने का क्या अधिकार है? प्रभु महावीर का सन्देश जियो और जीने दो, आतिशबाजी कहती है, मरो और मारने दो। अपने नगर, प्रदेश, देश, विश्व को स्वच्छ सुन्दर, अच्छे से अच्छा के लिये हमे सबके साथ मिलकर कार्य करना होगा । भगवान उनसे प्रेम करता है जो उनके उपदेशों का पालन करता है। क्या भगवान ने पटाखे फोडने का उपदेश दिया है? जो गलती कर न सुधरे वह हैवान कहलाता है, जो गलती पर गलती करे वह शैतान और जो गलती कर सुधर जावे वह इंसान कहलाता है और जो गलती ही न करे वह महान कहलाता है। दीपावली एक पवित्र त्योहार है, पटाखे फोडकर इसे अपवित्र मत करो। यह पृथ्वी सूक्ष्म और बडे जीवों के कारण बनी हुई है, अतः प्रत्येक प्राणी को जीने का अधिकार है। यदि तुम स्वस्थ, सुन्दर आनन्दमय सुखी जीवन जीना चाहते हो, तो अपने कार्यों से किसी भी जीव का घात न हो, ध्यान रखो। 33

Loading...

Page Navigation
1 ... 31 32 33 34