Book Title: Jain Dharm Sar Sandesh
Author(s): Kashinath Upadhyay
Publisher: Radhaswami Satsang Byas

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Page 390
________________ सन्दर्भ ग्रन्थ 389 भारिल्ल, हुकमचन्द, वीतराग-विज्ञान पाठमाला, भाग 2, नवा संस्करण और भाग 3 पाँचवी आवृत्ति, जयपुर : पंडित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट, 1989 और 1984 भारिल्ल, हुकमचन्द (सम्पादक), बृहज्जिनवाणी संग्रह, दशम् संस्करण, जयपुर : अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन, 2006 भाव पाहुड़, बम्बई : माणिकचन्द्र ग्रन्थमाला, 1920 मज्झिम निकाय, भाग 1-3, लन्दन ः पालि टेक्स्ट सोसाइटी, 1948-1951 महापुराण, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, बनारस : 1951 मुण्डकोपनिषद् मुनिराज, पद्मसिंह, णाणसार (ज्ञानसार), त्रिलोकचन्द जैन (भाषाटीकाकार), सूरत: मूलचन्द किसनदास कापड़िया, 1944 यजुर्वेद रत्नकरण्ड श्रावकाचार, समन्तभद्र कृत हिन्दी अनुवादक-जयकुमार जलज, हिन्दी ग्रन्थ कार्यालय, मुम्बई, 2006 रयणसार राजवार्तिक, दिल्ली : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, 1951 लोढ़ा, कन्हैयालाल, जैन धर्म में ध्यान, प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर, 2007 वर्णी, गणेशप्रसाद, वर्णी-वाणी, प्रथम भाग, नरेन्द्र विद्यार्थी (सम्पादक), पञ्चम ___ संस्करण, वाराणसी : श्री गणेशप्रसाद वर्णी जैन ग्रन्थमाला, 1968 वर्णी, गणेशप्रसाद (प्रवचनकार), समयसार, पण्डित पन्ना लाल (सम्पादक), वाराणसी: श्री गणेशाप्रसाद वर्णी जैन ग्रन्थमाला, 1969 वर्णी, जिनेन्द्र (सम्पादक), जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश, भाग 1-4, दिल्ली, वाराणसी: भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, 1970-1986 शास्त्री, पण्डित गोविन्दराज जैन, कुरल काव्य, 1954 शिवमुनि, आचार्य, भारतीय धर्मों में मुक्ति-विचार, द्वितीय संस्करण, प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर, 2001 शुभचन्द्राचार्य, ज्ञानार्णव, पन्नालाल बाकलीवाल (सम्पादक और अनुवादक), बम्बई : श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, 1927 षट्खण्डागम

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