Book Title: Jain Darshan Ke Pariprekshya Me Aadipuran
Author(s): Supriya Sadhvi
Publisher: Bharatiya Vidya Prakashan

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Page 387
________________ 346 जैन दर्शन के परिप्रेक्ष्य में आदिपुराण जैन तत्त्व प्रकाश, श्री अमोलक ऋषि जी म., श्री अमोल जैन ज्ञानालय, धुलिया (महाराष्ट्र) वि.सं. 2024 जैन , जैन दर्शन स्वरूप और विश्लेषण-आचार्य श्री देवेन्द्र मुनि श्री तारक गुरु ग्रन्थालय, गुरु पुष्कर मार्ग, उदयपुर । ( राजस्थान) जैन सिद्धान्त दीपिका - ज्ञानपीठ प्रकाशन, चुरु, राजस्थान, सन् 1970 जैन धर्म के प्रभावक आचार्य, साध्वी संघमित्रा, द्वि.सं. जैन विश्व भारती, लाडनूं नागौर (राज.) जैन धर्म - श्री सुशीलकुमार मुनि प्र. - अखिल भारतीय श्वेताम्बर जैन कान्फ्रेंस भवन, 12 लेडी हार्डिंग रोड, दिल्ली । जैन साहित्य और इतिहास, नत्थू राम प्रेमी, प्र. यशोधर मोदी, विद्याधर मोदी, संशोधित साहित्य माला, ठाकुरद्वार, बम्बई, 1956 (महाराष्ट्र) जैन धर्म एक अनुशीलन- डॉ. श्री राजेन्द्र मुनि, यूनिवर्सिटी पब्लिकेशन, बी-137, कर्मपुरा, नई दिल्ली। ज्ञानसार - अमरचन्द नाहटा, नाहटा ब्रदर्ज, कलकत्ता, ई. 1952 तत्त्वार्थ सूत्र, पं. सुखलाल संघवी, जैन संस्कृति संशोधन मण्डल, विश्वविद्यालय, बनारस, सन् 1952 हिन्दू तत्त्वार्थ सूत्र, उमास्वाति, व्याख्याकार उपाध्याय श्री केवल मुनि श्री जैन दिवाकर साहित्यपीठ, महावीर भवन, 156, इमली बाज़ार, इन्दौर (म.प्र) सन् 1987 तत्त्वार्थ सूत्र, उमास्वाति, सिद्धान्ताचार्य पं. फूल चन्द्र शास्त्री श्री गणेशवर्णी, दिगम्बर जैन शोध संस्थान, नदिया, वाराणसी, 1991 · तिलोय पण्णत्ति (2) ब्रह्मचारी जीवराज गौतमचन्द जी दोशी, सं. जैन संस्कृति संरक्षक संघ और जीवराज जैन ग्रन्थमाला, शोलापुर, वी.नि. सं. 2477 तत्त्वार्थसार जैन सिद्धान्त प्रकाशिनी संस्था, कलकत्ता, प्र.सं., ई.सं. 1929 तत्त्वार्थाधिगमभाष्य, उमास्वाति, सं.ए. शान्तिराजशास्त्री, ओरियण्टल लाइब्रेरी पब्लिकेशन, मैसूर, 1944 (कर्णाटक) त्रिलोकसार, जैन साहित्य, बम्बई, प्र. सं. 1918 ( महाराष्ट्र) दशाश्रुत स्कन्ध, आचार्य श्री आत्मा राम जी म., जैन शास्त्र कार्यालय, लाहौर, सं. 1936

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