Book Title: Jain Acharya Charitavali
Author(s): Hastimal Maharaj, Gajsingh Rathod
Publisher: Jain Itihas Samiti Jaipur

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Page 169
________________ 李 अनुक्रमणिका क. आचार्य मुनि, राजा, श्रावकादि न • जवा वाई- १३० अजयपाल - १०० अजरामर जी स्वामी - ६३, १४९, १५० अनोपचन्दजी महाराज - १४४, अभयदेव सूरि--७४ श्रमरचदजी महाराज -- १०६, १५६ अमर मुनि - १००, १५६ अमरसिंहजी महाराज – ८६, ११, १६, ७, १३१, १३२, १४०, १४१, १५२, अमरसिंह, सिंघवी - - १२७, अमी ऋषिजी - १४२ अमोपालजी -- ६२ ग्रमृतलाल - ६८ अमोलख ऋपिजी - १००, १४२ अम्बालालजी म० - १५८ ग्रविचलदासजी स्वामी -- १५० अश्वमित्र - २०, २१ श्रा आत्मारामजी म० - ६६, १००, १०५, १३२, १४१, श्रानंद ऋषिजी - १००, १०५, ११०, १११, १४२ ग्रानदविमल सूरि - ७७, आषाढाचार्य - १८, आसकरणजी - १५६ इ इच्छानी म०- - १४६ इन्द्रजी म०- - १५३ इन्द्रमलजी म० - १०१, १५६, १६० ई ईशरीदेवी - ५६ ईश्वरलालजी म० - - १३६ उ उग्रसेनजी म०- - १३३ उत्तमचदजी म० - १३६ उत्तरा वहिन -७० उदयगुप्त – ६० उदयचन्दजी म० ११०, १३४, उदयसागरजी - १४५ उदेसिंहजी - १५१

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