Book Title: Hemchandra Ke Apbhramsa Sutro Ki Prushthabhumi
Author(s): Ramanath Pandey
Publisher: Parammitra Prakashan

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Page 488
________________ 458 तर्हि - 357.1, 387.1, 422.18 ता-370.1 ताउँ - 406.2, 423.3 तार-- 356 ताम-406.1 तामहि -406.3 ताव - 422.23 तावँ -395.3 fa-347.2 तिंतुव्वाण -431.1 तिक्ख् - 344. 2 तिक्खा -395.1 तिण - 329 तिण सम - 358.2 facer-442.2 तित्थेसर - 441.2 तिद सावास-गय वहाँ 4422 तिमिर - डिंभ - 382 तब तक तब तक तारा तब तक तब तक ताप तब तक तत त्रि भिंगाता हुआ तीखा करना (क्रिया) तीक्ष्ण तृण तृण- सम तीर्थ तीर्थेश्वर त्रिदशावास गया अन्धकार समूह तिरिच्छ - 414.3.420.3 तिरछा तिल - 357.2, 406.2 तिल तिल-तार - 356 तिवँ - 344.2, 367.4, 376.2, 395.1, 397, 422.2 तिल-तारा वैसे हेमचन्द्र के अपभ्रंश सूत्रों की पृष्ठभूमि वैसे उस प्रकार तो ऊँचा तुम्बिनी तृण तुच्छ तुच्छ काय मन्मथ-निवास सूक्ष्म-रोमावली तिम - 395.7 तिह - 377.1 3-351 तुंग- 390 तुंबिणि-427.1 तृण - 422.20 तुच्छ - 350.1 तुच्छ - काय वम्मह निवास - 350.1 तुच्छच्छ-रोमावलि 350.1 तुच्छ-जंपिर-350.1 तुच्छ - मज्झ - 350.1 तुच्छयर-हास - 350.1 तुच्छ - राय - 350.1 तुट्ट-356 तुड-वसे -390 तुधे - 372.1, 2 तुम्ह - 369, 371, 373, 374 'तुलिअ - 382 तुहार--434.1 तुहुँ - 330.2, 3, 357.3, 361.1, 367.1, 368, 370, 372, 383.1, 387.3, 402, 421.1, 422.12,18, 425.1. 339.4 तुच्छ बोलना तुच्छ - मध्य तुच्छतर- हास तुच्छ - राग टूटना त्रुटि - वश तुम्हारा तुम तुलित (तुलना) तोहार तु

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