Book Title: Gunasthan ka Adhyayan
Author(s): Deepa Jain
Publisher: Deepa Jain

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Page 179
________________ प्रकाशित शोधपत्र1. "जैन दर्शन में गुणस्थान- प्राकृत भाषा साहित्य की मानव समाज को अप्रतिम भेंट" दीप शिखा- राजभाषा विशेषांक- नवम्बर, 2010, आठवां संस्करण भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ, नई दिल्ली पृष्ठ 17-21| 2. "गुणस्थान का अध्ययन"- शोध पत्र शोधादर्श मासिक पत्र, अंक मार्च-2011, ज्योति निकुंज चारबाग लखनऊ (उ.प्र.) में प्रकाशित, पृष्ठ- 43-521 3. “सहकारी मूल्य और जैन दर्शन(जैन दर्शन परम्परा में निहित सहकारिता के प्रतिमान)” दीप शिखा- राजभाषा विशेषांक- 2011, नौवां संस्करण भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ, नई दिल्ली पृष्ठ 17-201 4. "सहकारिता के जतन में गांधी के एकादश व्रतों की प्रासंगिकता" published in the journal सहकार संदर्श, वेमिनीकॉम, पूणे (महाराष्ट्र) अंक 47, संख्या-2 जुलाई - सितम्बर, 2012 में प्रकाशित पृष्ठ- 21-30 (ISSN-0302 - 7767) "मनो सामाजिक स्थितियों के संचालन में लेश्याओं की भूमिकाः सम्पोषित-विकास की दृष्टि से एक विश्लेषण" शोधादर्श मासिक पत्र अंक- 76, नवम्बर2012- जनवरी,2013 ज्योति निकुंज चारबाग लखनऊ (उ.प्र.) में प्रकाशित, पृष्ठ- 97-100। 6. "योग परंपरा में वर्णित आध्यात्मिक विकास एवं गुणस्थान- भाग-1" श्रुत सागर, वर्ष-3, अंक -6 कुल अंक 31, सितम्बर-2013 पृष्ठ 19-23 प्रकाशक- आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञान मंदिर, श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र, कोबा, गांधीनगर 7. "योग परंपरा में वर्णित आध्यात्मिक विकास एवं गुणस्थान- भाग-2" श्रुत सागर, वर्ष-3, कुल अंक 32, सितम्बर-2013 पृष्ठ 71-77 प्रकाशक- आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञान मंदिर, श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र, कोबा, गांधीनगर 8. “जैन दर्शन में निहित सम्पोषित जीवन शिक्षण के आयामहिन्दी हानव समुदाय को संस्कृति की अनुपम दैन” दीप शिखा- राजभाषा विशेषांक- 2013, ग्यारहवां संस्करण भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ, नई दिल्ली पृष्ठ 20-251 9. "सम्पोषित विकास हेतु सहकारी व्यवस्था में उदयमिता का स्वरूपः गांधी विचारों की वर्तमान प्रासंगिता के आधार पर मूल्यांकन"- सहकार संदर्श, वेमिनीकॉम, पूणे (महाराष्ट्र) अंक 48, संख्या-3 अक्टूबर-दिसम्बर,2013 में प्रकाशित (ISSN-0302 - 7767) . “Value basethical principles-मासिक) (ISS 10. “Value based Indian ethos and Sustainable growth of entrepreneurship (With the view of Gandhian ethical principles and sustainable entrepreneurial practices in rural area) एन.आई.सी.एम. बुलेटिन (त्रि-मासिक) (ISSN No. 2249-2275) गांधीनगर में स्वीकृत, प्रकाशन मार्च - जून 2014 के अंक मे.

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