Book Title: Geetashastrasya Pratikandam
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प. प. पंक्ति मुद्रायंत्रजान्यशुद्धानि शुद्धपाठः पृ. पंक्ति मुद्रायंत्रजान्यशुमानि शुद्धपाठः 1 2 वस्ततः .... .... वस्तुनः .... भोजनकाले 172213 भोजनकाळे .... 2. 7 तज्ञ 5 श्रदधानतस्येव 1762 .... श्रदधानतयैव aur aur 2009Vo/0 rurarur अथषोडशस्त्र. अथशोडशस्य, 118 संविभाग .... संविभागः 24 नक्वा ..... नुक्त्वा 1 7 प्रवृति प्रवृत्ति 2 रहित्ये तान्नानुशासति तान्नानशासंति 1 / 7 शायति नाशपति 28 प्राप्ताद्वारं ..... प्रात्पर 10 यांति .... अथाटादशस्य. अथाटादशस्य, 1772/13 पाकातू पाठात् 12 पुरुष पुरुष 1 चापर चापरे 14 कृतेर्य 117 शरीरेरिन्द्रिय .... शरीरेन्द्रिय 1826 मपरान्हे मपराहे 1 3 नादो नादी कृप्तेने 1852 14 धानयिक .... धानीयक 1852 16 तृतयिस्य तृतीयस्य |1882 4 दानामेव 9929525152515251525151525455/52516 कृतय अथसप्तदशस्व. अथसप्तदशस्य. 171 2 4 वशाखिवा .... वशासिया | 172 1 1 प्रच्युदे ..... .... अच्युतादे 1721 11 स्तनिमित्तं .... .... स्तलिमिर्च .... मियः .... ....दीनामेव For Private and Personal Use Only

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