Book Title: Chandraprabh Charitram Part 02
Author(s): Hitvardhanvijay
Publisher: Kusum Amrut Trust

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Page 14
________________ २७३ सक...... नि ............. २८१ २८७ २९१ .......... ................ ........... ............. ३३३ चरित्रस्याऽस्य संक्षेपतो विषयाऽनुक्रमणिका द्वितीयः परिच्छेदः १ जनन्याः कुक्षौ प्रभोरवतरणम्, स्वामिमातादृष्टस्वप्नवर्णनं च ........ २ दिक्कमारीकृतसूतिकर्मवर्णनम् .... २७७ इन्द्राऽऽदिविहितजन्मोत्सवः स्वाम्यङ्गलक्षणानि. स्वामिदत्तदानवर्णनम् ............ स्वामिदीक्षा विहारश्च .............. ........................ .......... २९३ स्वामिकेवलज्ञानोत्पत्तिः समवसरणस्थितिश्च............ ............ २९५ ८ स्वामिदेशनायां कर्मविचारः ...... ............... २९९ ९ चतुर्विधसङ्घस्थापना स्वामिपूर्वभवश्च ........ ३०५ १० पुण्ये मदनसुन्दरकथा ..................... ............... ३१२ ११ अपुण्ये मङ्गलकथा................ १२ विनये विनीतकथा..... १३ दुर्विनये भोगराजकथा ......... १४ दाने कामकेतुकथा........ १५ भयदाने सोमकथा ....... ३५५ १६ उपरोधदाने सुन्दरकथा......... ३६० १७ भावनादाने वणिक्सुतकथा ....... १८ अदाने कुरङ्गकथा ........ ३७१ शीले मन्त्रिपत्रीकथा .............. ३७६ २० दौःशील्ये श्रीकान्ताकथा ......... ......................... २१ तपसि नागकेतुकथा ............ ......................................... २२ अतपसि मानपुञ्जकथा ......... ...................................... भावनायां असम्मतकथा.... ............................................. ...४०० २४ अभावनायां वरुणकथा ........ ................................................ ... ४०५ २५ अभिग्रहे सिद्धकथा............. ........................................................... .. ४११ २६ विंशतिस्थानकस्वरूपः .............. ४१६ जीवदयायां मन्त्रिदासीकथा...... .... ४१८ २८ सत्यव्रते स्मरनन्दनकथा .......... .... ४२५ २९ अदत्तादाने दानप्रियकथा ......... ३० चतुर्थव्रते मदनमञ्जरीकथा ....... ................................... परिग्रहपरिमाणे धर्ममतिकथा ... ३२ गुण-शिक्षाव्रतवर्णनम् सप्ततत्त्वस्वरूपश्च ................... ...........................................४५३ ३३ स्वामिनः परिवारो निर्वाणं च ...............................४६० ३४ इन्द्राऽऽदिकृतप्रभुनिर्वाणोत्सवोद्वितीयपरिच्छेदसमाप्तिः, ग्रन्थकर्तुश्च प्रशस्तिः ........... ..............४६४ WWW WWWWWWWW S .............. ३८३ ............ ... ३९५ .............................................. .................... ........ ४३७ .. किया .......... ................. ..........................................४ चन्द्रप्रभचरित्रे विषयानुक्रमः ।

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