Book Title: Bauddh tatha Jain Dharm
Author(s): Mahendranath Sinh
Publisher: Vishwavidyalaya Prakashan Varanasi

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Page 164
________________ पपरी २५५ हिन्दी अनुवाद अनुवादक राहुल सांकृत्यायन सारमाष १९३६ । वीपवंश सम्पा मोल्डेनवर्ग लन्दन १८७९ । दीपवश एण्ड महावश विल्हेल्म गायगर कोलम्बो १९ ८। दशवकालिक आत्मारामकुत हिन्दी टीकासहित महेन्द्रगढ़ वि सं. १९८९ । धम्मपद सम्पा एस एस घेर पालि टेक्स्ट सोसायटी लन्दन १९१४ नारद महायेर कलकत्ता १९७ नालन्दा देकनागरी सस्करण अग्रेजी अनुवाद अमवादक एफ मक्सम्यूलर सेक्रेड बुक्स ऑफ दि ईस्ट जिल्द १ (भारतीय संस्करण ) दिली १९६५ एस राषा कृष्णन मद्रास १९६१ हिन्दी अनबाद भिक्ष घमरक्षित मोतीलाल बनारसीदास ततीय सस्करण १९८३ सम्पा भवन्त आनन्द कौसल्यायन सारनाथ बुखान्द २४८४ अवधकिशोर नारायण महाबोधि अन्यमाला वि स १९९५ । बम्मपद अटठकथा बुद्धघोष सम्पादित एच सौ नामन और एल एस तैलग ५ जिल्दो म सम्पन्न पालि टेक्स्ट सोसायटी लन्दन १९ ६-१५ अग्रेजी अनुवाद बुद्धिस्ट लीजेण्ड ई डब्ल्य बलिनगेम फैम्बिज १९२१ मिक्ष धमरक्षित ( अप्रकाशित ) धर्मानन्द नामक स्थविर तथा ज्ञानेश्वर स्थविर दारा सिंहली लिपि में सम्पादित कोलम्बो १९३१॥ षम्मचक्कप्पवत्तनसुत्त भिक्षु धर्मरभित सारनाष १९४९ । बम और पनि देवेन्द्रमुनि शास्त्री आगरा १९६७ । धर्म और समाज प सुखलाल सपबी बम्बई १९५१ । नन्दिसूत्र मुनि हस्तीमलजी द्वारा सम्पादित जैन बागम ग्रन्थमाला। नीतिशास्त्र का समीक्षात्मक अध्ययन पुलाम मुहम्मद याहया को वाराणसी १९८३ । निशीपचूमि विणवास गणी सन्मति मानपीठ बागरा सन् १९५७ ।

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