Book Title: Babu Chottelal Jain Smruti Granth
Author(s): A N Upadhye, Others
Publisher: Babu Chottelal Jain Abhinandan Samiti

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Page 11
________________ ७. फागु काव्य की नवोपलब्ध कृतियाँ डा० कस्तूरचन्द कासलीवाल, एम०ए०पी०एच०डी० ८. जैनदर्शन में अर्थाधिगम चिन्तन दरबारीलाल कोठिया ६. दर्शन और विज्ञान में आत्मा 'उदय' नागोरी जैन बी० ए० सिद्धान्त १०. दृष्टिकोणों का दृष्टिकोण कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर' ११. गंगनरेश मारसिंह की सल्लेखना ४ विद्याभूषण पं० के० भुजबली शास्त्री १२. भारतीय जीवन नद के दो किनारे स्व० श्री सत्यदेव विद्यालंकार १४. संस्कृत के जैन सन्देश काव्य गोपीलाल श्रमर एम० ए० 'साहित्यरत्न'. १५, वाग्भटालङ्कार एक परिशीलन अमृतलाल शास्त्री १६. सिद्धसेन का अभेदवाद और दिगम्बर परम्परा सिद्धांताचार्य पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री १७. हिन्दी जैन भक्त कवियों की मधुर भावना श्री रंजनसूरि देव १३. अपभ्रंश साहित्य और मणिधारी श्री जिनचन्द्र सूरि कृत 'व्यवस्था शिक्षा कुलकम्' डॉ० हीरालाल माहेश्वरी, एम०ए०, एल०एल०बी०, डि० फिल् १८. निसीहिया या नसियाँ हीरालाल सिद्धांतशास्त्री पाँच ....३१३ .... ....३२५ ....३३१ '''३४१ ....३४५ ३४६ .....३५५ ३६३ ....३६६ ३८१ ....३८७ ....३६३

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