Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Pragnapti Sutra Part 03 Shwetambar
Author(s): Purnachandrasagar
Publisher: Jainanand Pustakalay

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Page 197
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kalashsagarsuri Gyanmandir होजा कप्पातीते वा होजा, नियंठे णं० पुच्छा, गोयमा! नो जिणकप्पे होजा नो बेरकप्पे होजा कप्यातीते होजा, एवं सिणाएऽवि|| १७५४१ पुलाए णं भंते! किं सामाइयसंजमे होजा छेओवट्ठावणियसंजमे होजा परिहारविसुद्धियसंजमे होजा सुहुमसंपरागसंजमे होजा अहक्खायसंजमे होजा?, गोयमा! सामाइयसंजमे वा होजा छेओवट्ठावणियसंजमे वा होजा णो परिहारविसुद्धियसंजमे होजा णो सुहमसंपरागे होजा णो अहक्खायसंजमे होजा, एवं बउसेऽवि, एवं पडिसेवणाकुसीलेऽवि, कसायकुसीले णं० पुच्छा, गोयमा! सामाइयसंजमे वा होजा जाव सुहमसंपरागसंजमे वा होजाणो अहक्वायसंजमे होजा, नियंठे णं० पुच्छा, गोयमा! णो सामाइयसंजमे होजा जाव णो सुहुमसंपरागसंजमे० अहक्खायसं० एवं सिणाएऽवि । ७५५। पुलाए णं भंते! किं पडिसेवए होजा अपडिसेवए होजा?, गोयमा! पडिसेवए होजा णो अपडिसेवए होजा, जइ पडिसेवए होजा किं मूलगुणपडिसेवए होजा उत्तरगुणपडिसेवए होजा?, गोयमा! मूलगुणपडिसेवा वा होज्जा उत्तरगुणपडिसेवए वा होजा, मूलगुणे पडिसेवेमाणे पंचण्हं आसवाणंअन्नयरं पडिसेवेजा उत्तरगुणे पडिसेवेमाणे दसविहस्स पच्चक्खाणस्स अन्नयरं पडिसेवेजा, बसे णं० पुच्छा, गोयमा! पडिसेवए होजाणो अपडिसेवए होजा, जइ पडिसेवए होजा किं मूलगुणपडिसेवए होजा उत्तरगुणपडिसेवए वा होजा?, गोयमा! णो मूलगुणपडिसेवए होजा उत्तरगुणपडिसेवए होजा, उत्तरगुणे पडिसेवेमाणे दसविहस्स पच्चक्खाणस्स अन्नयरं पडिसेवेजा, पडिसेवणाकुसीले जहा पुलाए, कसायकुसीले गं० पुच्छा, गोयमा! णो पडिसेवए होजा अपडिसेवए होजा, एवं निग्गंथेऽवि, एवं सिणाएऽवि १७५६ । पुलाए गं ॥ ॥श्रीभगवती सूत्र ॥ १८५ |पू. सागरजी म. संशोधित || For Private And Personal

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