Book Title: Aate Ka Murga Author(s): Amitsagar Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala View full book textPage 9
________________ (आप जैसा कहें, चलो आपको हमारे राजा ने बुलाया) है इसलिए हम आप को लेने आये हैं। PIU दोनों चुपचाप किंकरों के पीछे होगये । किंकर उन्हें चण्डमारी देवी के मंदिर में लेगये । जहां राजा देवी के सम्मुख हिंसक भाव से बैठा है। उन्हें दूर से देख कर क्षुल्लक जी क्षुल्लिका को समझाते है।... हे विशिष्ट ज्ञानी बंधु। अपने और मेरे ममत्व को डरो मत। छोड़ कर मोक्ष-पढ़ में बुद्धि स्थिर करो। दुःखसे RA PLEBRUAR SASNA TAITHILIMRAN । IIPage Navigation
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