Book Title: Aarahana Panagam
Author(s): Hemsagarsuri, Hemlatashreeji, Ikshitagnashreeji
Publisher: Shrutgyan Prasarak Sabh

View full book text
Previous | Next

Page 126
________________ ८८ शत्रुजयस्तोत्रम् श्री चिरन्तराचार्य विरचितं महाप्रभावक || श्री शत्रुञ्जयतीर्थाधिराज स्तोत्रम् || ननेन्द्रमण्डलमणीमय मौलिमाला - मीलन्-मरीचि-चयचुम्बित-पादपीठम् । नत्वा युगादि जिनमादिमतीर्थराजं, शत्रुञ्जयं गिरिपतिं प्रयतः स्तवीमि ||१|| पुण्यं चिनोति नरजन्मफलं तनोति, ___पापं लुनाति नयनानि सतां पुनाति । दूरेऽपि दर्शनपथं समुपागतो यः, श्रीमानसौ विजयतां गिरिपुण्डरीकः ||२|| श्रीपादलिप्तपुर-पावन-पार्श्वनाथ - श्रीवर्धमानजिनराजयुगं नमन्ति ।। नेमीश्वरं च भविका यदधोविभागे, श्रीमानसौ विजयतां गिरिपुण्डरीकः ||३||

Loading...

Page Navigation
1 ... 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146