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________________ (६७) पडेछे. ए १७२ वॉलंटियरोए बजावेलु काम एक हजार पगारदार नोकर करतां विशेष हर्तु. पोताना पगारनी लालचे काम करनारा अने मात्र धर्मकार्यमाटे होशथी सेवा करनाराना कामना फळनो मुकाबलोज थई शके नहीं. ए वॉलंटियरोने जोईनेज डेलीगेटोनी जे होंश हती ते वधीने दस गणी थई गई हती, ए वॉलंटियरोए “ या होम " करीने जे धर्मरणभूमीमां झोकावी दीघु हतुं ते एक कायरने पण पानो चढावे एवं हतुं. धर्मरणमाटेज तेओए केसरी यां करी माथे केसरी पटका ( उतरासण ) नाख्यां हता. ए वीर युवानो-वीररत्ना भविष्यमां अमारा अनादि धर्मनी ढाल नीवडवानेज उत्पन्न थया छे. ए रजपूतनुं लोही धरावनारा अमारा युवान भाईओ धर्मनी उन्नति करनारा नीवडशेज, अने एज महावीरनां लघु बाळो उपर आपणां भविष्यनां घणां मोटां कामोनो आधार राखवो पडशे. ____ रात्रीना चार वागे बार वर्षनी उंमरना बे बाळकने झुंडीओ लई वगर गाडीए ग्रांटरोड स्टेशनपर दोडता जोई हुं सानंदाश्चर्यमां गरकाव थई गयो हतो. धन्य छे एधर्म झनुनने | धन्य छ ए श्री वीरशासनने ! हुं एम कहुं तेमां कई खोटुं नथी. कॉन्फरन्सनी फतेहना आधारोमांनो एक साराजेवो आधार ए वॉलंटियरोनी मदद उपर हतो; अने हुं एबुं अनुमान काढवा माटे माफी चाहुं छु, कारणके अमारां वखाण जाते करवा जेवू थायछे. वळी आवता वर्ष माटे वॉलंटियर थनाराओनी पण अरजीओ आववा मांडीछे, ते बतावे छे के एओर्नु धर्मझनुन नानुं नथी. कॉन्फरन्से फतेह करी छे, वाह वाह बोलाई छ. अगरजो उतावळने लीधे पहेला करवानां कामो छेल्ली घडी सुधी मुलतवी राखवां पड्यां छे, तोपण एकंदरे खंत अने एकदीलथी काम पार पडयुं छे. आ फतेह थवानो खरो आधार तो आपणा चीफ सेक्रेटरीपर छे. दरेक कमीटीने जे मोटामां मोटो लाभ थयो अने झट पोतानुं काम करी शकी, तेनुं मुख्य कारण चीफ सेक्रेटरी छे. कागळथी सेंकडो वातो पुछवामां आवती, तो तेनो तुरतज जवाब मळतो हतो. बधी कमीटीमां सरखी रीते विश्वास मुकवामां आव्यो हतो. चीफ सेक्रेटरी खानदान, अनुभवी अने हद उपरांत नम्र स्वभावना छे, ए नम्र स्वभावथी शांति जळवाई रही छे. बधाने एओ प्रत्ये एटलो बधो प्रेम छ के एमनो सखत बोल सहन करतां पण एमना प्रये अभाव उत्पन्न थायज नहीं (अगरजो सखत बोल तेओना मोंढामांथी नीकळवोज अशक्यछे ). धुंधी मानवंता सेक्रेटरीनी साथे बेसी घणा विकट सवालोनो निर्णय थई शक्यो छे. ___ वळी कोन्फरंसना सूत्रनी दोरी एक स्थळे बेसीने एवी सरस रीते तेओ चलावता रह्या हता के, ते बधार्नु फळ आपणी फतेहमां आव्युं छे. वळी एक बीजी बाबत पण आजग्याए भूली जवावी जोईती नथी, अने ते ए छे के बधी कमीटीओ जाणे हरीफाईमां उतरी पोतार्नु काम विशेष सारं बताववानी कोशीश करती हती ( न के कोई अदेखाई ), ए. पण आपणी फतेहनुं एक कारण छे. बहारथी आवेला आपणा एकेएक भाई कॉन्फरन्समांथी सारी असर लईने गया छे, उत्साह वधारीने गया छे; अने एनुं फळ थोडाज समयमां बहु सारं आवेलं आपणे जोईशं. राय बद्रीदास बहादुर जेवा प्रेसीडंट, मी. दहा अने मी. लालभाई जेवा ज. सेक्रेटरीमओ, शेठ वीरचंदशा जेवा चेरमेन, आपणा वाईस चेरमेनो अने जुदी जुदी कमीटीना प्रमुखो, दरेक Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034560
Book TitleMumbaima Bharayeli Biji Jain Shwetambar Conferenceno Report
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Shwetambar Conference Office
PublisherJain Shwetambar Conference Office
Publication Year1904
Total Pages402
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size41 MB
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