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________________ गणो वधी जाय छे. लाखो अने करोडपतिओ थई गया अने चाल्या गया, पण ते धन वडे जेओए धर्म सेवानां मोटां कार्यो कर्या छे तेओनां नामो आजे पण गवायछे. श्री संघने पचीसमो तिर्थकर कहेवामां आवे छे, जेने ( श्री संघने ) श्री अरिहंत जेवा समर्थ पण “ नमो तिथ्थस्स" कही नमे छे तेवा संघनां दर्शन करवानो अने तेमनी भक्ति करवानो वखत घेर बेठे गंगा आव्या जेवो अने ए वडे मोटुं पुन्थ उपार्जन करवानो समय अमोने मळ्यो छे. आप सर्वे भाईओनी धर्मभक्ति जोइने, आप जे परिश्रम वेठीने अने खर्च करीने तमारा अमुल्य वखतना भोगे दुर देशावरथी अत्रे पधार्या छो ते जोइने, आपनी एकसंप थवानी वृत्ति जोइने अने मोटामां मोटो उल्लास अने आनंद जोइने, मारी छाती आ वखते जे उभराई रही छे ते बताववाने मारी पासे कोई शब्दो नथी; पण बंधुओ, आप अत्रे तकलीफ उठावीने पधार्या छो तेने वास्ते फरीथी अत्रेना संघ तरफथी तमो सर्वेने खुशीभर्यो आवकार आपुं छं. आपे आ मंबईना श्री संघने मोटामां मोटुं मान आप्युं छे अने अमारा तरफथी आपनी खातर खरदाश थवामां जे जे खामीओ रही जाय, अने आपने जे जे परिश्रम उठाववो पडे ते सर्वे आप माफ करशो. एक सामान्य कार्य तरफ लक्ष राखवानो आपनो अने अमारो बन्नेनो हेतुछे, ते जोइ दरगुजर करी जे कामो आपणा आगळ करवानां छे तेना उपर लक्ष आपी अमो सर्वेने आभारी करशोजी. हिंदुस्तानना नामदार शहेनशाह सातमा एडवर्डना राज्यनी शीतळ छायामां आपणे आपणो पवित्र धर्म निर्विघ्नपणे आचरी शकीए छीए. प्रतापी ब्रीटीश राज्यना स्थापन थवा साथे धर्मसंकटना दीवसो हवे चाल्या गया छे, आ महान् शहेनशाहत आपण उपर चिरंकाळ तपो अने आपणे आपणो पवित्र धर्म पुरेपुरी रीते जाळवी शकीए, एवी आपण सर्वेनी खरा अंत:करणनी इच्छा छे. गया वर्षे आ समाजनी पहेली बेठक श्री फलोदी तिर्थक्षेत्रे मळी हती, तेमां जे अगत्यना ठरावो पसार करवामां आव्या हता ते प्रगट थयेला होवाथी तेनी महत्वता जागवानी आप साहेबोने तक मळी हशे. नि:स्वार्थपणे उंचा हेतुथी जैन समुदायना एकत्र भेगा थवाथी शुं शुं लाभ थाय छे, ते बाबत आपणा जेपुरनिवासी बंधु शेठ गुलाबचंदजी ढढा बहुज सारं जाणे छे अने तेथी आवा कामना समारंभमां आगळ पडतो भाग लई, रुडो साहस करी, तन मन अने धनना अर्पणे उत्तम लागणी बतावी तेमां जैन भाइओनुं हित समायलं छे एम मानीने अमदावाद मध्ये अग्रेसर जैनोनी एक खास सभा तेमणे मेळवी हती ते वखते मुंबई, वडोदरा, सुरत, भावनगर, भरुच, अने बीजां शेहेरोना जैन आगेवान गृहस्थो पधार्या हता. ए सभा समक्ष कॉन्फरन्स संबंधी विचार करतां ए समाज मुंबईमां भरवा विचार थयो हतो, अने तेनो अमल थएलो आप सर्वे आजे जुओ छो; ते माटे शेठ गुलाबचंदजी ढहाने एकी साथे धन्यवाद आपवामां मारी साथे आप बधा सामेल थशो, एवी हुं आशा राखं छु. आ साथे आपणी कॉन्फरन्सना बीजा जनरल सेक्रेटरी शेठ लालभाई दलपतभाई के जेओ अमदावादना सुप्रसिद्ध नगरशेठना कुटुंबना छे, अने जेओ आपणी जैनकोममा अग्रेसर गणाती शेठ आणंदजी कल्याणजीनी पेढीना प्रमुख छे, अने जेओ आ कॉन्फरन्समां घणो आगेवानी अने उत्साहभर्यो भाग लेछे, तेणे करीने तेओ भाईने पण धन्यवाद आपवा आप सर्वे मारी साथे सामेल थशो. आवा उत्साही अने आगेवानी Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034560
Book TitleMumbaima Bharayeli Biji Jain Shwetambar Conferenceno Report
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Shwetambar Conference Office
PublisherJain Shwetambar Conference Office
Publication Year1904
Total Pages402
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size41 MB
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