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________________ महाराजा विजयसिंहजी महाराजा विजयसिंहजी ने कई गाँव दान दिए थे। - - - - - ---- ----- १. १ जेलवा (बीलाड़े परगने का), २ केसरवाली ३ नींबोड़ा (जसवन्तपुरा परगने के ), ४ जैतियावास ५ डाबरयाणी-खुर्द ६ दुगोर ( मेड़ता परगने के ), ७ बासणी-वैदां ८ सांगासणी ( दुगोर की एवज़ में ) ( जोधपुर परगने के ), जैतपुरा ( मेड़ता परगने का ) ब्राह्मणों को; १० भावंडां ११ डोडू ( नागोर परगने के ) पुरोहितों को; १२ नगवाडा-कलां (परबतसर परगने का ), १३ भैरूवास (मेड़ता परगने का ) चारणों को; १४ मंदियाऊ (नागोर परगने का ) (द्वारका के) रणछोड़रायजी के मन्दिर को; १५ पुनास (पुनियावास) (मेड़ते परगने का) जगन्नाथरायजी के मन्दिर को; १६ लाडवा ( मेड़ते परगने का ), १७ मालावास (परबतसर परगने का ), १८ बोइल (बीलाड़ा परगने का ) बालकृष्णजी के मन्दिर को, १६ अंबाली ( नागोर परगने का ) समनशाह की दरगाह को; २० अजबपुरा ( नागोर परगने का ) भगतों को; २१ खारड़ा-मेवासा ( जोधपुर परगने का ), २२ लालणा-खुर्द ( परबतसर परगने का ) गुसाइयों को और २३ मीरसिया ( परबतसर परगने का ) ढाढियों को। इनके अलावा महाराज ने नाथद्वारेवालों आदि को और भी बहुत सा दान दिया था। ३६५ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034553
Book TitleMarwad Ka Itihas Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVishweshwarnath Reu
PublisherArcheaological Department Jodhpur
Publication Year1938
Total Pages516
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size369 MB
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