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________________ * जन्म * [३९ सकता- बस इसी तरह उस विषम काल में परमात्मा महावीर का जन्म हुवा था. ( माता-पिताओं का परिचय ) दिगम्बर ग्रन्थ महावीरपुराणादि में भगवान् महावीर के पिता सिद्धार्थ को वैशाली और कुण्डग्राम का एक बहुत बड़ा राजा बताया है और श्वेताम्बर ग्रन्थों में विशेषतः क्षत्रीय शब्द से सम्बोधित किया है, क्वचित राजा शब्द का उल्लेख भी पाया जाता है. इधर मि० एम् . एस . रामा स्वामी ऐयंगर एम० ए० भी अपनी 'साउथ इन्डियन जैनिझम पुस्तक पृष्ट तेरहवें पर महावीर भगवान् को ज्ञातपुत्र जाहिर करते हुए लिखते हैं कि "महावीर-वर्धमान उच्च प्रजासत्तात्मक राजर्षी घराने में से उसही प्रकार थे जिस तरह गौतमबुद्ध" उनके पिता सिद्धार्थ वहाँ की क्षत्रीय जाति के नेता थे और वैशाली कुण्डग्राम और वाणीय ग्राम के संयुक्त गणराज्य के एक सत्ता सम्पन्न राजा थे: सारांश यह है कि सिद्धार्थ एक सा. मान्य आदमी नहीं थे, किन्तु एक गौरवान्वित राजा थे; उनके शाही ठाठ के विवरण से भी उनका भूपेन्द्र होना ही सिद्ध होता है. Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com
SR No.034546
Book TitleMahavir Jivan Prabha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnandsagar
PublisherAnandsagar Gyanbhandar
Publication Year1943
Total Pages180
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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