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________________ प्र. 1. उत्तर प्र. 2. उत्तर प्र. 3. उत्तर प्र. 4. उत्तर सामायिक प्रश्नोत्तर मन्त्र किसे कहते हैं ? जिसमें कम शब्दों में अधिक भाव और विचार हो और जो कार्यसिद्धि में सहायक हो, जिसके मनन से जीव को रक्षण प्राप्त हो, उसे मन्त्र कहते हैं। नवकार मन्त्र का क्या महत्त्व है ? नवकार मन्त्र का अर्थ है - नमस्कार मन्त्र । प्राकृत भाषा में नमस्कार को 'णमोक्कार' कहते हैं। इसमें पाँच पदों को नमन किया गया है। इनमें से दो देवपद (अरिहंत और सिद्ध) एवं शेष तीन गुरु पद (आचार्य, उपाध्याय एवं साधु) हैं। ये पाँचों पद अपने आराध्य या इष्ट होने के साथ हमेशा परम (श्रेष्ठ) भाव में स्थित रहते हैं, इसलिए इन्हें पंच परमेष्ठी भी कहा गया है। इस मंत्र के उच्चारण से पापों का नाश होता है। यह मंगलकारी है। नवकार मन्त्र मंगल रूप क्यों है ? 'मं' का अर्थ है- पाप, और 'गल' का अर्थ है-गलाना। जो पाप को गलावे, वह मंगल है। नवकार मंत्र से पाप का क्षय होता है, पाप रुकते हैं, इसलिए नवकार मंत्र मंगल रूप है। नवकार मंत्र में कितने पद और अक्षर हैं ? नवकार मंत्र में 5 पद व 35 अक्षर हैं। चूलिका को मिलाने पर कुल 9 पद और 68 अक्षर होते हैं। {88} श्रावक सामायिक प्रतिक्रमण सूत्र
SR No.034373
Book TitleShravak Samayik Pratikraman Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorParshwa Mehta
PublisherSamyaggyan Pracharak Mandal
Publication Year
Total Pages146
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size2 MB
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