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________________ विशेष नियम : 1. चूहे, खटमल मक्खी, मच्छर आदि मारने की दवा नहीं छिड़कूँगा/ छिड़कूँगी। 2. किसी हिंसाजनक कार्यों का अभ्यास नहीं करूँगा /करूँगी। 3. मैं मद्य, मांस का सेवन नहीं करूँगा/करूँगी। 4. औषधि को छोड़कर अफीम, गाँजा, भांग, चरस आदि नहीं पीऊँगा / पीऊँगी। अण्डा, मांस जहाँ पकता हो, ऐसी होटलों में, जीमणवार में भोजन नहीं करूँगा/करूँगी। खेती बाड़ी में जीवों को मारने वाली दवाएं नहीं बनाऊँगा / बनाऊँगी, नहीं बेचूँगा / बेचूँगी तथा ऐसी कंपनियों के शेयर्स भी नहीं खरीदूँगा / खरीदूँगी। सड़ा गला धान्य (अनाज) जिसमें जीवाणु उत्पन्न हो गए हों, ऐसा अनाज नहीं बेचूँगा और ऐसे आटे या मैदे को काम में नहीं लूँगा / लूँगी जिसमें इल्लियाँ या लटें उत्पन्न हो गई हो, उस आटे और मैदे को छानकर काम में लूँगा / लूँगी। अनाज पीसने की चक्की का धन्धा नहीं करूँगा / करूँगी। अनाज को बिना देखे न पीयूँगा / पीयूँगी और न पिसवाऊँगा / पिसवाऊँगी। 10. गोबर नहीं सड़ाऊँगा /सड़ाऊँगी। 11. शहद, मक्खन महाविकृत हैं, अतः बिना कारण प्रयोग नहीं करूँगा/ करूँगी। 12. मधुमक्खी का छत्ता नहीं तोडूंगा/तोडूंगी। 5. 6. 7. 8. 9. 5
SR No.034372
Book TitleShravak Ke Barah Vrat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMangla Choradiya
PublisherSamyaggyan Pracharak Mandal
Publication Year2015
Total Pages70
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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